सच बात मान लीजिये चेहरे पे ,धूल है ,
इलज़ाम आइनों पे लगाना ,फ़िज़ूल है .
काँट लूज़ वैट?ब्लेम इट ऑन ब्रेन (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,अगस्त ४ ,२०१० ,पृष्ठ १९ )।
कई मर्तबा आप एक "केलोरी कंट्रोल्ड डाईट प्लान "का नियम निष्ठा से पालन करतें हैं ,लेकिन आपका वजन जस का तस रहता है .इसकी वजह आपकी खानदानी आनुवंशिक विरासत ,आपके दिमाग की जन्मना वायरिंग हो सकती है .आप जन्मसे ही एक रुझान लेकर पैदा हुएँ हैं ,ओवर ईट करने का .आपके पैदा होने से पहले ही दिमाग में हार्ड वायरिंग हो चुकी थी ज्यादा खाने और मोटापे की ,वजन बढाते रहने की ।
यले यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ मेडिसन(अमरीका ) के रिसर्चरों ने पता लगाया है "मोटापे का रुझान "ओबेसिटी की प्रवृत्ति आप जन्म से ही लेकर पैदा होतें हैं .इसीलिए कुछ लोग ज़रुरत से ज्यादा हर वक्त खाते रहतें हैं और धीरे धीरे ओबेसिटी का शिकार हो जातें हैं .इस लिए केवल खुराख ही नहीं मोटापे की खानदानी वजहें भी हो सकतीं हैं .
बुधवार, 4 अगस्त 2010
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