व्हाट इज मून ट्री?
विज्ञानी यह जान लेना चाहते थे क्या अन्तरिक्ष के शून्य गुरुत्व में अंकुरण हो सकता है इसी आशय से अपोलो १४ चन्द्र अभियान के साथ अन्तरिक्ष विज्ञानी सैंकड़ों की तादाद में पादप बीज अपने साथ अन्तरिक्ष अन्वेषण के दौरान ले गए .इनसे किल्ले फूटे ,अंकुरण हुआ अतिरिक्त उर्वरकता के साथ नतीज़न आज दुनिया के हर कौने में यह चन्द्र वृक्ष अपनी दूसरी पीढ़ी के साथ पल्लवित हो रहें हैं ।यही मून ट्री हैं
अब अमरकी अन्तरिक्ष संस्था नासा के साइंसदान इनकी पूरी वंशवेल का ब्योरा तैयार कर रहें हैं .इनके वितरण के वक्त कोई इस दिशा में सचेत नहीं था .
रविवार, 13 फ़रवरी 2011
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