हार्ट अटक के खतरे को बढा देता है रोज़- बा- रोज़ डाइट सोडा का सेवन .जिसे आप सुरक्षित और हेल्दी ड्रिंक मान रहे थे वह उतना निरापद कहाँ है ?जो लोग नियमित डाइट सोडा लेतें हैं उनके लिए ब्रेन अटेक(स्ट्रोक )का ख़तरा भी मुह बाए खडा रहता है ।
२५०० से ज्यादा लोगों पर किये गये इक अध्ययन से पता चला है इनमे से जो लोग नियमित डाइट सोडा (फिजी ड्रिंक्स /डाइट पेप्सी /डाइट कोक /कृत्रिम मिठास युक्त कार्बोनेतिद ड्रिंक ) ले रहे थे उनके लिए हृद -वाहिकीय ,आम वैस्क्युलर दीजीज़ (ब्रेन स्ट्रोक सहित ) रोग होने की संभावना ६१%बढ़ गई थी बरक्स उनके जिनकी दिनचर्या /खान- पान में डाइट सोडा शरीक नहीं था ।
ज़ाहिर है डाइट सोडा इक सुरक्षित विकल्प नहीं है मीठे कार्बन डायोक्साइड युक्त पेय का .
अध्ययन के दरमियान २५६० लोगों से यूनिवर्सिटी ऑफ़ मियामी मिलर स्कूल ऑफ़ मेडिसन के रिसर्चरों ने रोज़ मर्रा लिए जाने वाले सोफ्ट ड्रिंक्स का ब्योरा जुटाया .इनमे से कुछ 'रोजाना रेग्युलर फिजी ड्रिंक्स' ले रहे थे तो कुछ 'डाइट फिजी ड्रिंक्स '.कुछ बारी बारी से दोनों किस्म के पेय तथा कुछ स्वयंसेवी इन पेय का बिलकुल भी सेवन नहीं कर रहे थे ।
अलबत्ता इनकी रोज़ मर्रा कि खुराक तथा अन्य ड्रिंक्स का ब्योरा नहीं जुटाया गया था ।
बेशक डॉक्टरों के पास ऐसा कोई भी स्पष्टीकरण /व्याख्या नहीं है ,न रासायनिक न जैविक ,जो डाइट सोडा की नुकसानी को पिन पॉइंट कर सके .हो सकता है जो लोग दबाकर डाइट सोडा लेते रहें हों वे व्यायाम से भी दूर रहतें हों ,एल्कोहल ज्यादा लेतें हों उसके साथ सोडारोज़ गड़पतें हों ?स्मोक करते हों .हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त रहें हों ।
लेकिन इन सब रिस्क फेक्टर्स को भी शुमार करने के बाद डाइट सोडा का निरापद होना सिद्ध नहीं हुआ .नतीजा पूर्व वत रहा .बेशक अभी और अध्ययन किये जाएँ ताकि डाइट ड्रिंक्स के दुष्प्रभाव को बेहतर तरीके से रेखांकित किया जा सके ।
स्ट्रोक असोशियेशन के शर्लिन एहमद कहतें हैं :डाइट ड्रिंक्स भी इस अध्ययन के अनुसार वैस्क्युलर प्रोब्लेम्स के लिए उतना ही ख़तरा पैदा करतें हैं जितना रेग्युलर फिजी ड्रिंक्स ,उस स्थिति में जब इनका सेवन रोज़ किया जाता है ।
अलबत्ता संतुलित खुराक और कसरत ऐसा मूल मन्त्र है जिसे अपना कर कोई भी स्ट्रोक के खतरे के वजन को कम कर सकता है ।
पूर्व के अध्ययनों में भी डाइट और रेग्युलर सोडा तथा डायबिटीज़ तथा वेट -रिलेटिड प्रोब्लम्स के खतरे के वजन को खंगाला गया है .
शनिवार, 12 फ़रवरी 2011
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