इसकी वजह यह है कि रक्त में ग्लूकोज़ का स्तर बढ़ जाता है बरसों बढा रहता है और व्यक्ति को कुछ भी खबर नहीं रहती है .बस अचानक ही यह रोग कभी पकड़ में आता है .ऐसे रोगियों में चोट लग जाने पर घाव देर से भरता है .बार बार पेशाब आता है ,रोग संक्रमण के अलावा सतह पर और कोई भी लक्षण सामने नहीं आता .यहाँ तक कि ऐसे अज्ञात अन -दायग्नोज्द मामलों में ब्लड ग्लूकोज़ ४०० मिलीग्रेम %प्रति डेसीलिटर भी हो जाता है और व्यक्ति इससे वाकिफ नहीं होता .अलबता यदि रक्त में ब्लड ग्लूकोज़ का स्तर ७० %मिलीग्राम प्रति -डेसीलिटर से नीचे चला आये तो हाइपो -ग्लाइ -सीमिया के लक्षण तुरत प्रकट हो जातें हैं .समाधान इक ही है इक उम्र के बाद आवधिक जांच .
रविवार, 6 फ़रवरी 2011
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