बच्चों का पेंक्रियाज़ नष्ट हो जाने से जो किसी चोट या ऑटो -इम्यून तत्व का भी नतीजा हो सकता है बच्चों को डायबिटीज़ रोग हो जाता है .कई बार अग्नाशय (पेंक्रियाज़ )ही पूरी तरह नहीं बन पाता है जिसकी वजह से इंसुलिन के अभाव में खून में भोजन से पहुंची शक्कर का अपचयन नहीं हो पाता है फलतय:कोशिकाओं को ऊर्जा ही नहीं मिल पाती ।
इसे ही इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज़ मिलाईतीस(आई डी डी एम् )/इंसुलिन आश्रित डायबिटीज़ कहाजाता है क्योंकि इंसुलिन शोट्स ता -उम्र लेने पडतें हैं . व्यायाम सही खानपान और समय पर खाना पीना एक स्ट्रक्चर्ड रूटीन इंसुलिन की डोज़ कम करवा सकता शुरू से ही खबरदारी ज़रूरी है .
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