मधुमेह में एंजियो -पैथी(एंजियो -पैथी में पाँव की स्माल ब्लड वेसिल्स /छोटी खून की नालियां डेमेज /नष्ट हो जाती हैं जिससे पाँव के आगे के किनारों तक खून एवं ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुँच पाता .)की वजह से पाँव में तकलीफ की संभावना बनी रहती है .पांवों की देखभाल में लापरवाही बरतना ऐसे में खतरनाक रोग गैंग्रीन का सबब बन जाती है ।
सही संभाल के लिए क्या करें ?
(१)सही नाप के आरामदायक जूते चप्पल ही पहने .न ढीले न टाईट .(२)जूतों का सोल सख्त हो ,पंजा तथा पीछे से एडियाँ ढकी हुई रहें .घर में पहनी जाने वाली चप्पलें भी अच्छे चमड़े या ,अच्छी सामिग्री की बनी हों .नंगे पाँव न रहें .नाखून सावधानी पूर्वक कांटे .कच्चा नाखून न कटे .मेनिक्युओरिन्ग न कराएं .नाखूनों को गोलाई न दें.(३)प्यूमिक स्टोन की मदद से ही पाँव की गांठे नरम करें .यदि पाँव में कोई फफोला हो जाए तो उसे रुई के फाये से ढकें .इसे प्रिक न करें .फोड़ें नहीं .पाँव की कैसी भी छोटी बड़ी चोट हो सिर्फ गुनगुने पानी और साबुन से ही धोयें .पौंछकर पट्टी से ढके रहें .आयोडीन या किसी भी (४)सख्त /स्ट्रोंग एंटी सेप्टिक सोल्यूसन का स्तेमाल न करें ।(५)पांवों तथा ऊंगलियों के बीच की जगह को अच्छी तरह सुखालें .कहीं लाली या दरारें तो नहीं दिखलाई देती हैं? गौर से देखें .
अधिक नमी भली न अधिक सूखा .यदि पाँव सूखें हैं तो बेबी लोसन का स्तेमाल करें .यदि नम रहतें हैं तो एल्कोहल का स्तेमाल करें .(पीने वाला एल्कोहल नहीं है यह ).अच्छी तरह धोकर सुखाई गई सफ़ेद जुराबें ही पहने .
पांवों को प्रतिदिन साबुन और गुनगुने पानी से धोने की आदत डालें .पांवो को फंगस (फंगल इन्फेकन )से बचाए रखने के लिए मेडी -केटिद पाउडर का स्तेमाल करें .जुराबों में भी पाउडर छिड़क सकतें हैं ।
(६)पावों को गीला या ठंडा होने से बचाएं .यदि बाहर ठंड है तो घर में रहें .पाँव गीली हो जाने पर सुखाकर जुराबें पहन लें .पांवों को अधिक गर्म भी न होने दें .ठंड की तरह इससे भी नुक्सान हो सकता है ।
(७)हीटिंग पेड या हॉट वाटर बोटिल बिस्तर में रखने के बजाय मोटी जुराबें /माफिक आती हैं तो गरम जुराबें और गरम कपडे पहन कर बिस्तर में रहें .कुछ लोग तो कन्वेक्टर रजाई में ही घुसा लेतें हैं .यह पांवों के लिए ठीक नहीं है ।
आजकल डायबेटिक सोल एवं डायबेटिक शूज़ भी उपलब्ध हैं ,इनका स्तेमाल करें .बचाव में ही बचाव है गंग्रीन का वरना ख़तरा पूरा है .
शुक्रवार, 11 फ़रवरी 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें