मंगलवार, 1 फ़रवरी 2011

मीग्रैन और वर्टिगो के लिए देशी चिकित्सा .

मीग्रैन से राहत के लिए :आधा शीशी का पूरा दर्द यदि आपको सता रहा है ,गाय का ताज़ा घी सुबह शाम बस दो बूँद रुई के फाये से नथुनों में पहुंचाए .इसे सूंघने से भी मीग्रैन में राहत मिलेगी ।
नाक से खून रिसना (नकसीर )में भी राहत दिलवाता है यह समाधान ।
सिर के जिस भाग में दर्द हो उसी तरफ के नथुने में ७-८ बूँद सरसों का तेल डालने से भी सिर दर्द दूर होता है .सरसों का तेल (कच्ची धानी का )सूंघने से भी आराम आता है सिर दर्द में ।
(२)वर्टिगो /गिदिनेस में राहत के लिए :सूखा आंवला (गुठली रहित )तथा धनिया प्रत्येक ६ -६ ग्रेम लेकर थोड़ा कूट लें .इसे किसी मिटटी के बर्तन (सकोरा ,कुल्ल्ड ,हांडी )आदि में २५० ग्रेम पानी लेकर रात भर इसी बर्तन में भीगा रहने दें.मसल कुचल कर इस मिश्र को छान लें स्वाद के अनुरूप इसमें पीसी हुई मिश्री मिलाकर ३-४ दिनों तक सुबह सुबह पीयें .चक्कर आना बंद हो जाएगा ।
आवश्यकता के अनुसार ८-१० दिन भी ले सकतें है मीग्रैन में भी आराम आयेगा ।
वर्टिगो ?
इट इज ए डिसेबलिंग सेंसेशन इन व्हिच दी अफेक्तिद पर्सन फील्स देट आइदर ही हिम्सेल्फ़ ऑर हिज़ सराउन्दिंग्स आर इन ए स्टेट ऑफ़ कोंस्तेंत मोशन/मूवमेंट .यानि वर्टिगो से असरग्रस्त व्यक्ति को अपने गिर्द सब कुछ घूमता प्रतीत होता है .वह स्वयं भी इसी घूमेर का हिस्सा होता है ।
इट इज मोस्टली/मोस्ट ओफ्तिन ए स्पिनिंग सेंसेशन बट देयर मे बी ए फीलिंग देट दी ग्राउंड इज टिल्टिंग .इट इज ए सिम्तम ऑफ़ डीज़ीज़ आइदर इन दी लेब्रिन्थ ऑफ़ दी इनर ईयर ऑर इन दी वेस्टिब्युलर नर्व ऑर इट्स न्युक्लिआइ इन दी ब्रेन स्टेम व्हिच आर इन्वोल्व्द इन दी सेन्स ऑफ़ बेलेंस ।
ब्रीफ्ली वर्टिगो इज ए कंडीशन इन व्हिच सम -बडी फील्स ए सेंसेशन ऑफ़ व्हर्लिंग ऑर टिल्टिंग देट काज़िज़ ए लोस ऑफ़ बेलेंस .वर्टिगो कम्स फ्रॉम लेटिन स्टेम वेर्तिगिन /वर्तिजिन मीनिंग वर्लिंग अबाउट ,गिदिनेस .वर्तीयर मीन्स तू टर्न.

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