गुरुवार, 3 फ़रवरी 2011

मधुमेह में लौकी (घीया )का ताज़ा रस .....

मधुमेह में लौकी का ताज़ा रस बिना छाने इक चम्मच नीम्बू मिलाकर पीयें ।
यह हृद -रोगों ,गले के सूखने की शिकायत में ,शरीर में सोडियम की कमी होने पर लाभ पहुंचाता है .थकान दूर करता है ।
एक एंटी -ओक्सिडेंट भीहै लौकी (कद्दू ),केलोरीज़ कम होने की वजह से यह वजन कम करने में भी सहायक है .इसका रेशा गुणकारी है .चाहे सब्जी के रूप में खाए चाहें दही रायता बनाए घीया उबालकर और मथकर .चाहे ग्रेट करके भूजी बनाएं .मधूमेह रोगी को अपने वजन पर भी काबू रखने में घीया सहायक सिद्ध होता है .

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