कौटुम्बिक व्यभिचार /निकट संबंधों /भाई बहन /पिता पुत्री/कुटुम कबीले के लोगों में परस्पर यौन सम्बन्ध की पोल खोल सकतीं हैं हमारी कुछ जीवन इकाइयां जिनका नक्शा अब बचपन में ही हाज़िर हो जाता है मांगने पर ।
बेशक अभिनव जीन आधारित परीक्षण जो किसी व्यक्ति की सारी जीवन इकाइयों/और उनके कूट संकेतों /क्रम का खुलासा कर दतें हैं किसी बच्चे के जन्मजात विकारों की व्याख्या कर सकतें हैं या फिर उसका विकास कभी कभार देर से क्यों होता है ,विकास क्रम में वह पिछड़ क्यों जाता है .मगर यही जीवन खंड खानदान में चले आ रहे कुतुम्बिक व्यभिचार की पोल भी खोल सकतें हैं ।
आप जानतें हैं और अच्छी तरह से मानतें हैं सभी समाजों मेंकितने ही परिवारों में १२-१६ साला लडकियों का परिवार में ही अकसर यौन शोषण होता है ।
हौस्टों(हस्टन)के बेलूर कोलिज ऑफ़ मेडिसन के रिसर्चरों ने ऐसा ही जीन परीक्षण ईजाद किया है जिससे कई परिवारों में चलने वाले /चले आरहे यौन व्यभिचार का पता चला है ।
इस परीक्षण को 'सिंगिल न्युक्लिओइद पोली -मोर्फिज्म -बेस्ड अरेज़ 'कहा गया है .इस परीक्षण के तहत डॉ बच्चे के जीनोम की स्केनिंग अतिरिक्त /एक्स्ट्रा या फिर मिसिंग जींस की कोपीज़ के लिए कर सकतें हैं जिससे उनकी असमर्थता /डिसेबिलिटी का फ़ौरन पता चल जाता है ।लेकिन साथ ही इन्सेस्ट लव की भी परिवारों में चलने वाली गुप्त बात सामने आजाती है .
रिसर्चरों के शब्दों में "दीज़ कैन आल्सो शो लार्ज ,आइदेन्तिकल चंक्स ऑफ़ डी एन ए देत ए चाइल्ड माईट हेव इन्हेरितिद फ्रॉम तू क्लोज़ली रिलेटिड रिलेतिव्ज़ सच एज फादर एंड डॉटर,रेजिंग सोसल एंड लीगल इस्युज़ ।"
सन्दर्भ -सामिग्री :दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,फरवरी १२ ,२०११ ,पृष्ठ २३ /जीन टेस्ट ऑन बेबी कैन ब्लो लिड ऑफ़ इन्सेस्ट .
शनिवार, 12 फ़रवरी 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें