मधुमेह दबे पाँव भी आता है ब्लड सुगर अनियंत्रित रहती है लोगों को खबर भी नहीं होती .फलस्वरूप वजन भी गिरने लगता है ।
वास्तव में जिनका ब्लड सुगर बे -काबू /बे -खबरी में अनियंत्रित रहता है उनके शरीर में ग्लूकोज़ की मात्रा अधिक हो जाती है इतनी की किडनी संभाल नहीं पाती (रीनल थ्रेश होल्ड से ज्यादा )ऐसे में शक्कर मूत्र में आने लगती है ।
शरीर के ऊतक (तिश्युस )ग्लूकोज़ तथा कीटोन बनाने में टूटने लगतें हैं .आवश्यक पोषक तत्व मूत्र के साथ शरीर से बाहर जाने लगता है .ऐसे में वजन तो कम होगा ही ।
हाँ ब्लड सुगर नियंत्रित हो जाने पर वजन का गिरना थम जाता है .पोषक तत्वों का रिसाव मूत्र मार्ग से थम जाता है .कोशा दर कोशा आवश्यक ऊर्जा पहुँचने लगती है .शरीर में भी ऊर्जा /जान रहती है .थकान भी कम होती है .प्यास भी उतनी नहीं लगती .
शनिवार, 12 फ़रवरी 2011
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