गत पोस्ट से आगे ...
एक तरफ बेशक एक्यूट स्ट्रेस डिस -ऑर्डर तथा "पोस्ट ट्रौमेतिक स्ट्रेस डिस -ऑर्डर "के लक्षण एक दूसरे पर ओवर लैप करतें हैं लेकिन एक ख़ास अंतर भी है -
"कम अवधि तक (एक मॉस से भी कम -तर )बने रहने वाले एक्यूट स्ट्रेस डिस -ऑर्डर में एक बार को असर ग्रस्त व्यक्ति ,ये ही भूल जाता है," मैं हूँ कहाँ ?".अपनी अवस्थिति ,लोकेशन प्लेस एंड टाइम का उसे पता नहीं रहता .देट इज नोट नोइंग वेअर यु आर ।
उसे ऐसा भी महसूस हो सकता है वह अपने शरीर से बाहर निकल आया है ,शरीर कहीं और है वह कहीं और (आउट ऑफ़ बॉडी एक्स -पीरियेंस )देट इज ए फीलिंग वी आर आउट -साइड अवर बॉडी .".
(ज़ारी ...)।
विशेष :अगली पोस्ट में पढ़िए दोनों एक दूसरे से कैसे सम्बद्ध भी हैं ?
सोमवार, 2 मई 2011
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