व्हाट क्वेश्चंस शुड आई आस्क माई डॉ. इफ आई हेव फिब -रोइड्स ?
(१)डॉ साहब कितने फ़िब्रोइद्स बन चुकें हैं अन्दर अब तक ?
(२)कितने आकार के हैं ये गठानें (फिब -रोइड्स गर्भाशयीय )?
(३)कहाँ बने हुएँ हैं ,अवस्थित हैं ये गठानें -गर्भाशय के बाहर , सतह पर ,अन्दर की सतह पर या फिर दीवार के अन्दर .
(४)क्या मेरे फ़िब्रोइद्स आकार में और भी बढ़ जायेंगें ?
(५)कैसे जाना जा सकता है मेरे द्वारा ,मेरे फ़िब्रोइद्स का आकार बढ़ रहा है ।
(६)क्या क्या समस्या आ सकती है इनसे ?
(७)कौन से परीक्षण ,इमेजिंग तरकीबें मुझे करवानी चाहिए इनके बढते आकार का जायजा लेने के लिए मुझे जब तब .
(८)कौन कौन से इलाज़ हैं इनसे निजात पाने के यदि ये समस्या खड़ी करतें हैं मेरे लिए तब ?
(९)हिस्टे -रेक -टमी के बरक्स अन्य इलाजों के प्रति आपकी खुद की क्या राय है ?
यदि आपको इन सवालों के संतोषप्रद ज़वाब नहीं मिलतें हैं , आप किसी और माहिर के पास जा सकतें हैं .
इस मर्तबा का शैर सुनिए :
वक्त दोहरा रहा है अपने को ,फिर सलीबों पे मसीहा होगा ,
आदमीयत से जिसको मतलब है ,देख लेना वो अकेला होगा .(कुंवर कुसुमेश्जी की ग़ज़ल से .)
गुरुवार, 19 मई 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें