ए -मेन -रोहिया (एमेनोरिया ):माहवारी का रुक जाना या फिर नदारद रहना .एब्सेंस ऑर सीजेशन ऑफ़ मेन्स्त्र्युएशन् .परंम्परा से इसे प्राथमिक और द्वितीयक "ए -मेन -ओरिया'" में वर्गीकृत किया जाता है ।
प्राथमिक या प्राई -मेरी एम् -एनोरिया में माहवारी (पीरियड्स ) कभी आती ही नहीं हैं शुरुआत ,आगाज़ ही नहीं है ..किशोरावस्था में ही इसका आना मुल्तवी रहता है .इट फेल्स टू ऑकर अट प्युबर्ति.लड़की यौवन की देहलीज़ पर पाँव रख लेती है और रजो -दर्शन (मेनार्के )नहीं होते ।
द्वितीयक एम् -एनोरिया (सेकेंडरी एम् -एनोरिया ):इसमें मासिक चक्र शुरू तो होता है लेकिन बंद हो जाता है ।
गर्भावस्था में ऐसा होना सहज स्वाभाविक होता है ,मासिक चक्र के दौरान होने वाले स्राव से भ्रूण का पोषण होता है .इसे कहतें हैं -
"फिजियोलोजिक सेकेंडरी एम् -एनोरिया "।
यह किसी बीमारी की वजह से नहीं हुआ है ,या जो किसी बीमारी की वजह से नहीं हुआ है वह फिजियो -लोजिकल एम् -एनोरिया है ,स्तनपान काल के दरमियान भी ऐसा कुदरती तौर पर हो सकता है ।
इसकी वजह रोगात्मक नहीं रही है .इट इज नोट काज़्द बाई एनिथिंग मेडिकली हार्मफुल (पैथोलोजिक )।
ए -मेन -र्होइअ शब्द "ए "मीनिंग नॉट,"मेन "यानी मन्थ ,और र्होइअ यानी फ्लो (नो मंथली फ्लो )का संयुक्त रूप है .कभी कभार इसे "ए -मेनिया "भी कह दिया जाता है .(ज़ारी ...)
बुधवार, 25 मई 2011
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