(२)यदि आपको पेल्विक पैन बना रहता है .पिंड नहीं छोड़ता लोवर एबडोमन और श्रोड़ी प्रदेश का दर्द और उसपे बने रहने वाला दवाब .
(३)हेवी और पैन फुल पीरियड्स (माहवारी के साथ बहुत ज्यादा रक्त - स्राव और तकलीफ होना )।
(१)माहवारी के बीच में दाग धब्बे स्पोट्स दिखलाई देना .
(४)सहवास या सम्भोग प्रेम- मिलन के दौरान दर्द का होना ।
(५)मूत्राशय खाली करने में दिक्कत होना (रेज़ी -ड्युअल यूरिन रह जाना ).
(६)बौअल मूवमेंट्स में दिक्कत ।
आकस्मिक तौर पर बेहद का दर्द पेल्विक रीजन में महसूस होना तथा योनी से बेहद का स्राव आपातकाल है .इट्स ए मेडिकल इमरजेंसी .आप अविलम्ब स्त्री -रोगों और प्रसूति की माहिरों के पास पहुँचिये .
इस मर्तबा का शैर पढ़िए :
बनावट भरा रूप भाता बहुत है ,
जवान जिस्म मानो खुदा हो गया है ,
नजर की कटारी जिसे तुमने मारी ,
हमेशा को वो गमजदा हो गया है .(डॉ .रूप शास्त्रीजी मयंक की एक ग़ज़ल का शैर ).
शुक्रवार, 20 मई 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें