सिकिल सेल एनीमिया "सिकिल सेल डिजीज "की एक आमफ़हम किस्म है (एस सी डी )।
"एस सी डी "एक गंभीर विकार है जिसमें शरीर हंसिया (सिकिल ,दूज के चाँद सी )के आकार की रेड ब्लड सेल्स (लाल रुधिर कणिकाएं या रेड ब्लड सेल्स /कापसिल्स ,आर बी सी )।बनाने लगता है .
स्वस्थ सामान्य लाल रुधिर कोशायें डोनट के आकार की (भारतीय बालूशाही जैसी )होतीं हैं .अलबत्ता डोनट की तरह इनमें बीच में छेद नहीं रहता है .रक्त वाहिकाओं से ये निर्बाधरूप प्रवाहित होतीं हैं ,बिना रोक टोक ब्लड वेसिल्स से आती जातीं हैं ।
इन्हीं रेड ब्लड सेल्स में एक लौह तत्व बहुल प्रोटीन (आयरन रिच प्रोटीन )होती है जो ऑक्सीजन का वहन या कह सकतें हैं वाहन बनके के फेफड़ों से ऑक्सीजन लेके तमाम शरीर तक पहुंचातीं हैं .इसे ही हिमोग्लोबिन कहतें हैं ।
कह सकतें हैं हिमोग्लोबिन रक्त का वाहन है ,मौजूद लाल रंजक (पिगमेंट )की वजह से यह लाल होता है . सिकिल सेल्स में सामान्य की जगह सिकिल हिमोग्लोबिन (असामान्य हिमोग्लोबिन )रहता है जिसे "हिमोग्लोबिन एस "कहतें हैं .यही सिकिल हिमोग्लोबिन सेल्स को हंसिया की शक्ल में ढलने को प्रेरित करता है .ईद की चाँद सी हो जाती हैं ये कोशायें विकृत होते होते ।
सिकिल सेल्स आर स्टिफ एंड स्टिकी .इनकी प्रवृत्ति रक्तवाहिकाओं में प्रवाह को रोकने की रहती है जो सामान्य स्थिति में लिम्ब्स और ओर्गेंस तक जाता .
यही अवरुद्ध प्रवाह दर्द के रूप में प्रगटित होता है .गंभीर रोग संक्रमण तथा ओर्गेंन डेमेज की वजह भी बनता है ।
(ज़ारी ...)
गुरुवार, 26 मई 2011
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