इस एवज आप अपने प्राई -मेरी केयर प्रो-व्हाईदर या फिर प्रसूति के माहिर के पास जा सकतीं हैं ।
अकसर एपोइंत -मेंट के लिए उतना वक्त नहीं मिलता है जिसमें सब बातों की चर्चा की जा सके ,बेहतर हो आप सब कुछ लिखकर ले जाएँ ।
(१)उन लक्षणों के बारे में लिखकर ले जाएँ जिनका सामना आपको करना पड़ रहा है जिनका प्रगटीकरण हो चुका है ।
सभी लक्षणों को लिखलें भले आपको इनमे से कुछ फिब -रोइड से असम्बद्ध ही लगें ।
(२)उन सभी दवाओं की विटमिन या खनिज सम्पूरणों की लिस्ट बनालें जो आप लेती रहीं हैं .डोज़िज़ भी लिख लें यह भी आप दिन भर में कितनी बार ये दवाएं लेतीं रहीं हैं ।
(३)जहां तक संभव हो परिवार के किसी सदस्य या किसी और ऐसे व्यक्ति को साथ ले जाएँ जो आपके लक्षण बतला सके ,डॉ का बतलाया परामर्श याद रख सके ।आपको काफी सूचनाएं दी जा सकतीं हैं मुमकिन है अकेले आप सभी को न याद रख सकें समेट सकें ।
(४)अपने साथ कोई नोट बुक या नोट पेड साथ ले जाएँ .मुख्य बातें विज़िट की इसमें आप लिख सकतीं हैं ।
(५)तमाम ऐसे सवाल आप लिखकर ले जाएँ जो आपके दिमाग में हैं ,आप पूछना चाहतीं हैं .सबसे ज़रूरी सवाल सबसे पहले लिखें समय का भी तोड़ा रहता है ।
मुख्य सवाल ये भी हो सकतें हैं :
(१)मेरे फिब -रोइड्स किस आकार के और कितने हैं .ये गर्भाशय के अन्दर हैं या बाहर .क्या ये बढ़ते ही चले जायेंगें आकार में ।
(२)किस प्रकार के परीक्षणों की मुझे ज़रुरत पड़ सकती है .आपका इनके इलाज़ और रोग निदान का अनुभव कितना है (पेशेंट का हक़ है वह पूछ सकता है ).कई मर्तबा तो डॉ .की डिग्री के बारे में भी कुछ नहीं खबर होती है .नीम हकीम है या पूरा डॉ है .देख भाल के मालूमात करके जाएँ ।
(३)पूछ सकतीं हैं आप फिब -रोइड्स के इलाज़ के लिए आज कौन कौन सी चिकित्सा उपलब्ध हैं .क्या कोई ऐसी दवा दारु है जिससे मेरे लक्षणों में सुधार आसके इनकी उग्रता कमतर हो सके .इन दवाओं के पार्श्व प्रभाव क्या क्या हो सकतें हैं .किन हालातों में आप शल्य चिकित्सा की सिफारिश करेंगें .क्या सर्जरी से पहले भी मुझे दवाएं लेनी होंगी ,बाद में भी ?किस तरह की समस्याएं फिब -रोइड्स खड़ी कर सकतें हैं .क्या ये गर्भ धारण की क्षमता को भी असर ग्रस्त कर सकतें हैं ?
क्या इलाज़ के बाद प्रजनन क्षमता बढ़ सकती है .?क्या आप कोई वैकल्पिक चिकित्सा भी तजवीज़ करेंगे जिसे मैं आजमा सकूं ?
जो सवाल आप न समझ पाई हैं दोबारा पूछें .क्या आप डॉ का बतलाया सब कुछ समझ गईं हैं ?सुनिश्चित करें इसे .
डॉ भी आप से कुछ सूचना लेना चाहेगा -
(१)आपको कितनी बार इन लक्षणों का सामना करना पड़ता है (फ्रिक्युवेंसी ऑफ़ सिम्पटम्स क्या है )?कब से ये लक्षण प्रगटित हैं ,चल रहें हैं .?इनकी उग्रता ,गंभीरता कितनी है ?क्या इन लक्षणों का सम्बन्ध आपके माहवारी चक्र से भी है ?क्या किसी चीज़ से इन लक्षणों में सुधार आता है ?क्या हालात और खराब होतें हैं कुछ चीज़ों से ?क्या परिवार में पूर्व वृत्तांत रहा है फिब -रोइड्स का इसके लक्षणों का .
(ज़ारी ...).
शनिवार, 21 मई 2011
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