फ़िब्रोइद्स पेशीय गांठें हैं ,मस्कुलर ट्यूमर्स हैं जो गर्भाशय या बच्चे दानी (यूट्रस )की दीवार में पैदा हो जातें हैं .इन्हें लियो -मायोमा या फिर मायोमा भी कह दिया जाता है ।
अकसर ये कैंसर कारी या संक्राम्य न होकर बिनाइन (नॉन -कैंसर्स ही होतें हैं ).एक अकेली गांठ के रूप में भी ये उग आतें हैं और पूरी फसल के तौर पर भी ,यानी एक से ज्यादा संख्या में भी ।
जहां तक इनके आकार का सवाल है एपिल सीड से लेकर ग्रेप फ्रूट (हमारे यहाँ चकोतरा होता है इतने आकार का )तक इनका कलेवर हो सकता है .असामान्य ही होतें हैं ऐसे मामले जब इनका आकार जटा -धारी नारियल जितना भी हो जाता है .
मायोमा भी पेशीय ऊतकों केएक बिनाइन यानी निरापद (उदासीन जिसका दीर्घावधि में सेहत पर कोई गलत असर न पड़े )ट्यूमर (गांठ )को कहतें हैं ।
(ज़ारी ...).
बुधवार, 18 मई 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें