(२३)न्यूरोन :हमारे दिमाग और स्नायुविक तंत्र की मुख्य प्रकार्यात्मक इकाईहै .जिसके अंग होते हैं -अपना खुद का एक शरीर (सेल बोडी ),एक एक्ज़ान और एक देनद्राईट .मोटे तौर पर कहें तो दिमाग की एक कोशिका को ही न्यूरोन कहतें हैं .इट इज ए क्वांटम ,ए मिनिमम यूनिट ऑफ़ ब्रेन .
एक्जोंन नर्व सेल (न्यूरोन )का वि विस्तार है ,धागे सी संरचना है यह जो इम्पल्ज़ या सूचना आवेग ,विद्युत् स्पंद को कोशिका काया से बाहर की और ले जाती है ,आगे भेज देती है ।
डेन-ड्रा -इट्स -नर्व सेल्स की प्रशाखाएं हैं डेन -ड्रा -इट्स आर ब्रान्च्द एक्स -टेंशन ऑफ़ ए नर्व सेल (न्यूरोन ,नाड़ी दिमागी ).यही दूसरे न्युरोंस से सन्देश प्राप्त करता है ,तथा इन संकेतों को कोशिका काया की और भेजता है ।
(२४)नेक्रोसिस :किसी भी विध होने वाली कोशिका की मृत्यु को नेक्रोसिस कहा जाता है ,चाहें इसकी वजह अनोक्ज़िया (अनोक्सिया )बने या ट्रौमा .यह कोशा को होने वाली मुकम्मिल नुकसानी है ,इर्रिवार्सिबिल सेल डेमेज है .मृत्यु के बाद कोशा अन्य कोशाओं के बीच मौजूद अंतराल में ,आकाश में ,कोशिकीय विषाक्त पदार्थ फैला देती है .मानो अपनी मौत की सूचना खुद ही दे रही हो बाकी कोशाओं को .अनोक्सिया आप जानतें हैं ,कोशिका का ऑक्सीजन से महरूम रह जाना है .वंचित रहके मर जाना है .
(२५)कोलेस्ट्रोल :आजकल इसके चर्चे हर ज़बान पे रहतें हैं .यह एक मोमिया पदार्थ है जिसका संशाधन कुदरती तौर पर हमारा यकृत (लीवर )करता है .कुछ खाद्यों में भी यह मौजूद रहता है .यह रक्त में प्रवाहित होकर कोशाओं की ,ऊतकों की ,टूट फूट की मुरम्मत ,दुरुस्ती करता रहता है ,सेल मेम्ब्रेंस का यह एक मुख्य घटक है .इसे सही सलामत बनाए रखना कोलेस्ट्रोल के ही जिम्मे होता है .
अलबत्ता शरीर में इसका अतिरिक्त रूप से बढ़ जाना "आथिरो -स्केलेरोसिस की वजह बनता है .हाई ब्लड प्रेशर की भी वजह बनता है .यही बोता है दिल की बीमारियों के बीज ,बे -साख्ता बढ़ जाने पर ।
(२६)क्लिपिंग :यह ब्लड वेसिल्स के गुब्बारे से फूले हिस्से को हटाने निकालने का एक तरीका है ,प्रोसीज़र है ,इस प्रकार धमनी की दीवार में जो सेंध लग जाती है यह उसे बंद कर दीवार को मजबूती देता है .कुल मिलाकर यह "ब्रेन एनियूरिज्म "का सामाधान है जो स्ट्रोक की वजह बनता है .
(ज़ारी ...).
इस मर्तबा का शैर पढ़िए :
तुम्हें गैरों से कब फुर्सत ,हम अपने गम से कब खाली ,
चलो अब हो चुका मिलना ,न तुम खाली न हम खाली .
मंगलवार, 17 मई 2011
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