रविवार, 1 मई 2011

व्हाट कौज़िज़ पोस्ट ट्रौमेतिक स्ट्रेस डिस -ऑर्डर ?

किसी भी ऐसे सदमे से गुज़रना या उसका साक्षी बनना जिसमे आपकी जान चली जाने का ख़तरा हो .मसलन आपके विमान का अपहरण हो जाना ,आपके जीवन -साथी का किसी आकस्मिक सड़क दुर्घटना में घायल हाल घर पहुंचना ,आपके सामने उसका अस्पताल ले जाने से पहले दम तोड़ा जाना ,आपके सामने किसी का बेतहाशा झुलस जाना ,गोली चलना .अभी मुझे खबर मिली एक किशोरी से खेल -खेल में भरी हुई पिस्तोल से गोली चल गई जो निशाना ताकके अपने सहेली परही चलाई गई थी और गोली उसकी आँख में लग भी गई .आँख निकालनी पड़ी क्योंकि पूरी तरह क्षति -ग्रस्त ग्रस्त हो चुकी थी .दोनों फिलवक्त सदमे में हैं ।
अचानक किसी महिला का अपहरण हो जाना ,उसके साथ गैंग रेप होना एक ऐसा सदमा पहुंचा देता है जो पी टी एस डी की वजह बन सकता है ।हिन्दुस्तान में तो खतरनाक रोड रेज भी इसकी वजह बन सकता है जिसे कई रईस -जादे सरे आम अंजाम देतें हैं ।
हालाकि रोग निदान का आधार व्यक्ति को किसी भी विध सदमा पहुंचना ही बनता है ,कई मर्तबा तलाक और बे -रोजगारी ,अचानक नौकरी से छंटनी हो जाना भी इसकी वजह बन सकता है ।
(ज़ारी ..)
यानी कोई भी ऐसी घटना जिससे आपकी सुरक्षा खतरे में पड़ जाए ,भौतिक और मानसिक क्षेम से समझौता करना पड़े ,सहना पड़े एक अकल्पनीय और आकस्मिक दुःख .जैसा बलात्कृत युवती को भोगना सहना पड़ता है ।
आपका खुद का अपहरण हो जाना या आपके सामने किसी और का अपहरण बलात हो जाना ,किसी बड़ीसड़क या रेल दुर्घटना का दुर्घटना का हो जाना या उसका साक्षी होना .किसी आतंकी वारदात का आपके सामने घटना ,आपका भी उसमे घिर जाना आदि अनेक वजहें होतीं हैं पी टी एस डी की ।
किसी गंभीर ला -इलाज़ रोग का निदान होना आपको पता चलना आप उससे ग्रस्त हो गए हैं मसलन एचाईवी एड्स ,ल्यूकेमिया आदि ।
फुकुशिमा जैसी दुर्घटनाओं की चपेट में आना अपने सगे सम्बन्धियों को खो देना एक पल में .

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