हमारे स्वास्थ्य और समुचित विकास के लिए कुछ पदार्थों का इक समूह है जिनका अल्पांश ज़रूरी है इन्हें हमारा शरीर खुद संशाधित नहीं कर सकता इसी लिए इनका हमारी खुराक में शामिल होना लाजिमी है .बेशक इनमे केलोरीज़ नहीं हैं क्योंकि ग्लूकोज़ के कण नदारद हैं इनमे .पदार्थों का यही समूह विटामिन कहलाता है .शरीर के सभी कार्य व्यापार को सुचारू रूप चलाये रखने के लिए हमें विटामिन चाहिए ।
मसलन ज़रूरी मेटाबोलिक रेट्स (रेट्स ऑफ़ बर्निंग केलोरीज़ .अपचयन ,चय -अपचय )को बनाए रखने के लिए विटामिन बी ,इम्यून सिस्टम (रोग प्रति रोधी तंत्र की मजबूती )के लिए विटामिन -सी ,घाव भी जल्दी भरता है विटामिन -सी की मौजूदगी में .हड्डियों के विकास और बढ़वार के लिए विटामिन -डी एवं बीनाई (विज़न )को बनाए रखने के लिए विटामिन -ए ज़रूरी है ।इसकी कमी बालकों में रतौंधी (नाईट ब्लाइंड -नेस)की वजह बनती है .
कुछ विटामिनों ,खनिजों और अन्य पोषक तत्वों का समूह एंटी -ओक्सिडेंट कहलाता है जो शरीर में होने वाली टूट फूट की मरम्मत और चिर युवा बने रहने ,वाई -टेलीती के लिए भी ज़रूरी है .विटामिन -ई इसी समूह का सदस्य है .
सोमवार, 28 फ़रवरी 2011
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1 टिप्पणी:
Nice information
विटामिन का वर्गीकरण रासायनिक नाम स्रोत बीमारी
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