ड्रंक ?योर कार वोंट गेट अलोंग फॉर दी ड्राइव (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई .जनवरी १०,२०११ ,पृष्ठ १७ )।
साइंसदान इन दिनों ऐसी प्राविधियाँ विकसित कर रहें हैं जो भौतिक ज्ञानेन्द्रियों की तरह समझ सूंघ और बोध रखतीं हैं .इन युक्तियों को कार में फिट करने के बाद यदि ड्राइवर शराब पीकर गाडी चलाना चाहता है तो गाडी चलने से इनकार कर देगी स्टार्ट ही नहीं होगी क्योंकि इसमें ऐसी युक्तियाँ लगाईं गईं हैं ,मुकम्मिल तौर पर जो १० बरसों तक काम करती रहेंगी ।
ये सेन्सर्स (सेनसरी ओर्गेंन की तरह काम करने वाले संवेदी टोहक )या तो स्थाई तौर पर फिट होंगे या फिर ऐसे टच सेंसिटिव पॉइंट्स की शक्ल में होंगे जो 'की फोब' या स्टार्टर बटन से सम्बद्ध होंगें .यह स्पर्श पाते ही ड्राइवर के छूते ही खून में एल्कोहल के स्तर का पता लगा लेंगें .पलक झपकते ही यह युक्ति ड्राइवर की पोल खोल देगी .इसे दस सालों तक किसी रख रखाव की ज़रुरत भी नहीं पड़ेगी .
सोमवार, 10 जनवरी 2011
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