गुणकारी खीरा :
(१)खीरे की तासीर (स्वभाव )ठंडा तथा तर होता है .यह गर्मी तथा तृष्णा (प्यास बुझाता है )नाशक है .कब्ज़ दूर करता है ।
पीलिया ,शरीर की गर्मी ,गर्मी के सारे चर्म रोगों में लाभ दायक है .अलबत्ता खाली पेट खीरा न खाएं .खाली पेट खीरा खाने से पेट भारी तथा पेट में गैस बन सकती है ।
(२)खीरे का रस पथरी में लाभ दायक है.कुल २५० मिलीलीटर रस का सेवन दिन में तीन बार करें ।
(३)पेशाब की जलन और रुकावट और मधु -मेह में भी लाभदायक है खीरा ।
(४)खीरे के रस को गरम करके पीने से गुर्दे के दर्द में बहुत राहत मिलती है ।
(५)गाल ब्लेडरकी पथरी (गाल स्टोंस ,पित्ताशय की पथरी ) में अधिक लाभदायक रहता है खीरा ।
(६)घुटने का दर्द दूर करने के लिए भोजन में खीरा खूब खाएं ,सलाद के रूप में .साथ में लहसुन का सेवन भी करें .खीरा जोड़ों के दर्द में राहत दिलवाता है ।
(७)कील मुंहासे ,झाई -याँ चेहरे पर हों ,चुकंदर ,टमाटर ,गाज़र और खीरे का आधा आधा कप रस मिलाकर पीने से लाभ होता है ।
(८)सौंदर्य वृद्धि के लिए खीरे के स्लाइस बनाकर कच्चे दूध में डालकर रखने के बाद चेहरे पर चिपका लें ,त्वचा में निखार आयेगा ।
(९ )प्रति दिन खीरे की सलाद बना कर खाने से तथा १०० मिली लीटर रस सुबह शाम पीने से मधुमेह में बहुत लाभ मिलता है .
शनिवार, 1 जनवरी 2011
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