यारों सूरत हमारी पे मत जाओ :
बेशक झुर्रियों झाड -झंकाड़ सा लगे है देखने में अखरोट लेकिन शक्ल इसकी दिमागी है .सीरत भी .दिल और चमड़ी ही नहीं दिमाग के लिए भी अच्छा है 'वालनट'.इसलिए अकसर इन्हें 'ब्रेन फ़ूड भी कह दिया जाता है ।
दिमागी कोशाओं (न्युरोंस )के बेहतर काम -काज (वास्तव में ओपतिमम फंक्शनिंग),यथा -संभव सरोत्तम अनुकूलता के लिए 'ओमेगा -३ फैटी एसिड्स 'से भरपूर अखरोट सर्वोत्तम हैं ।
अध्ययनों से पुष्ट हुआ है जिनकी खुराक में ओमेगा -३ फैटी एसिड्स कि कमी -बेशी रह जाती है वे अवसाद (डिप्रेशन )से ग्रस्त हो सकतें हैं ।
अखरोट में मौजूद मिले -टोनिन अच्छी नींद का झंडा बरदार है .इट प्रोमोट्स गुड स्लीप ।
इन्सोमिनिया तथा अन्य नींद सम्बन्धी विकारों से छुटकारा दिलवा सकता है अखरोट ।
प्रोटीन का एक बेहतर स्रोत समझा जाता है वालनट्स को ओमेगा -३ फैट्स के अलावा 'अल्फा लिनोलिक एसिड '(ए एल ए )। का अच्छा स्रोत है अखरोट जो धमनियों के स्वास्थ्य को सुधारता है ,अच्छा मनपसंद खाना खाने के बाद धमनियों से अच्छा काम करवाता है ।
एंटी -ओक्सिडेंट गुणों से भरपूर होने की वजह से यह कैंसर से बचाव में भी मददगार की भूमिका में आता है ।
इसका नियमित सेवन गाल स्टोंस (पित्ताशय की पथरी )से बचाए रहता है ।
इसमें मौजूद एकल असंत्रिप्त वसाएं (मोनो -अन -सेच्यु रेतिद फैट्स ) बेड कोलेस्ट्रोल (एल डी एल )तथा लिपो -प्रोटीनों को कम रखता है .खून के थक्के को बनवाकर यही यौगिक आथीरो -स्केले-रोसिस को हवा देतें हैं .नतीज़नधमनियां अन्दर से खुरदरी और संकरी पड़ जाती हैं ।
एक आवाश्यक अमीनो अम्ल एल - आर्जिनिन भी इसमें मौजूद है जो नाट्रिक ऑक्साइड में तब्दील हो जाता है .यह शरीर में रक्त प्रवाह को दुरुस्त रखता है .धमनियों को खुला रखता है और इसीलिए इनकी अंदरूनी दीवार पर चिकनाई (फैटी दीपोज़िट्स) नहीं बैठती है .धमनियों का संकरा पड़ना टल जाता है .
शनिवार, 1 जनवरी 2011
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