कांदिमेंट क्युओर्स -सरप्रा -इजिंग - फूड्स तू बर्न फेट ,फाईट कैंसर एंड बूस्ट मेमोरी विद जस्ट ए स्क्वीज़ ऑफ़ दिस एंड ए डेश ऑफ़ देत -'प्रिवेंसन ' (हेल्थ मेग्ज्जीन ,जून अंक ,पृष्ठ ५१ -५४ )।
चटनी ,केच अप्स ,सौस और स्वाद वर्धक मसाले भोजन को सु स्वादु ही नहीं बनाते काया को भी निरोगी रखने में मदद गार सिद्ध हुए हैं .आइये कुछ ऐसे ही 'जादुई खाद्यों पर गौर करतें हैं ।
केच अप -लोवर्स रिस्क्स ऑफ़ कार्दिवैस्क्युलर डिसीज़ :कौन नहीं चाहेगा खून की नालियों को खुला रखना ,साफ़ सुथरा रखना ।?
लाइको- पीन नामी एंटी -ओक्सिडेंट रहता है 'केच अप्स'में जो उस प्रक्रिया को थाम लेता है जो आथीरो -स्केलोंरोसिस की वजह बन सकती है .एग्रीकल्चर एंड फ़ूड केमिस्ट्री (विज्ञान पत्रिका /जर्नल )में प्रकाशित एक अध्धययन के मुताबिक़ सभी केच अप्स में कुछ ना कुछ अंशों में लाइको -पीन मौजूद रहता है .ओरगेनिक -केच अप में परम्परा गत केच अप से ६० फीसद ज्यादा लाइको -पीन पाया जाता है ।
फ़ार्म फ्रेश टमाटरों से तैयार ओरगेनिक केच अप बीटाकेरोटीन ,विटामिन बी ,सी ,ई तथा पोतेसियम का बेहतरीन स्रोत है ।
गहरा लाल रंग ,खूबसूरत रंगत 'ओरगेनिक केच अप की 'लाइको -पीन 'की वजह से ही है .बर्जर्स ,बैक्ड -फ्राईज़ ,शाम की चाय के साथ लिए जाने वाले 'स्नेक्स 'परबस थोड़ा सा छिड़क कर स्वाद और सेहत को पंख लगाइए ।
कई मर्तबा सब्जी पकाते वक्त टमाटर की जगह टंगी -फ्लेवर के लिए केच अप आजमाइए .
शुक्रवार, 11 जून 2010
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