बार कोड एक ओप्टिकल मशीन (प्रकाशीय संयंत्र )को कहा जाता है .वास्तव में इसका पूरा नाम होगा 'ओप्टिकल मशीन -रिडेबिल रिप -रेज़ेन्तेसन ऑफ़ डाटा ऑन सर्टेन प्रोडक्ट्स .'इसको वास्तव में ओप्टिकल स्केनर्स(प्रकाश से आलोकितकरने ,प्रकाश डालने के बाद )पढ़ा बांचा जा सकता है . इसीलियें इन्हें ही बार कोड रीडर्स कहा जाता है .अलबत्ता इनकी इमेज उतारने के लिए विशेष सोफ्ट वेयर का भी स्तेमाल किया जाता है ।
स्माल इमेज (लघु -प्रति -बिम्ब )है यह रेखाओं का .(बार्स का ).अलबत्ता बाकायदा अंतराल छोड़ा जाता है ,स्पेसीज रखे गए हैं ,फुटकर स्टोर आइटम्स के लिए .आइदेंतिफिकेसन कार्ड्स तथा पोस्टल मेल्स का भी पूरा ब्यौरा समाहित रहता है .ताकि किसी एक ख़ास उत्पाद के नंबर ,व्यक्ति ,और स्थान का सही सही आकलन किया जा सके ।
कूट (कोड )इसी क्रम का स्तेमाल संख्या (नम्बर्स )तथा दूसरे चिन्हों (सिम्बल्स )के प्रतिनिधित्व करने ,रिप -रेजेंट करने के लिए करता है ।
इस रेखा कूट (बार -कोड )के मुख्यातय पांच हिस्से हैं ।
(१)ए क्वाईट ज़ोन (२)ए स्टार्ट करेक्टर (३)डाटा करेक्टर्स (जिनमे ओप्टिकल करेक्टर्स भी शामिल रहतें हैं .)(४)ए स्टॉप करेक्टर (५)एनादर क्वाईट ज़ोन
सीमाएं क्या हैं बार कोड की ?
रेखा कूटों का कोई मानक रूप नहीं हैं .
सोमवार, 14 जून 2010
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