रोजाना एक ही वक्त एक ही स्थान पर लीजिये अपना वजन .आदर्श समय है सुबह शौच आदि (बाथऔर वाश के बाद )खाली पेट ताकि चाय -पानी से असरग्रस्त ना होने पाए आपका वजन (वेइंग स्केल ).नंगे बदन रहें वजन करते वक्त ,कोई गहना ,किसी किस्म की मेटल चैन ,घडी आदि का स्तेमाल वेइंग स्केल को गुमराह कर सकता है .आम डिजिटल स्केल में भी विद्युत् -चुम्बकीय विकिरण आप के शरीर पर गिरता है ,धातु इसमें विक्षोभ (गडबडी पैदा )कर सकता है ।
यह भी देखें स्केल की बेत्रीज़ ठीक ठाक हैं ,वीक तो नहीं हैं वरना रीडिंग गलत दर्शायेगा .रोज़ मर्रा का पाठ जुदा हो सकता है लेकिन महीना दर महीना पाठ कमतर होना चाहिए .यदि ऐसा नहीं है ,अपना खुराखी ढर्रा बदलिए यदि लक्ष्य वजन कम करना रहा है तो .
शनिवार, 19 जून 2010
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