दुनिया भर में दस लाख से भी ज्यादा लोग हर साल सड़क दुर्घटना में घायल हो अधिक खून बह जाने तथा १६ लाख लोग हिंसा का शिकार हो मर जातें हैं .इनमे से एक लाख लोगों को यदि समय पर एक जादुई ब्लड क्लोटिंग दवा मिल जाए ,बचाया जा सकता है ।
लन्दन स्कूल ऑफ़ हाइजीन एंड ट्रोपिकल मेडिसन के डॉक्टरों ने एक खून का थक्का तुरत फुरत बना खून रोकने में कारगर दवा टी एक्स ए (त्रनेक्सामिक )एक ऑफ़ पेटेंट ट्रीटमेंट के बतौर ४० देशों के २७४ अस्पतालों में बुरी तरह घायल हुए लोगों परआजमाया है ।
तमाम सब्जेक्ट्स को (ट्रायल में भाग लेने वाले लोगों को )या तो इस दवा की एक ग्रेम मात्रा सुईं द्वारा दी गई जिसके बाद इतनी ही दवा ड्रिप के ज़रिये दी गई या फिर दवा की जगह छद्म दवा (प्लासिबो )दी गई .टी एक्स ए ने मौत के खतरे को १० फीसद कम कर दिया बरक्स प्लासिबो के .अतिरिक्त खून बहने से होने वाली मृत्यु को इस दवा ने १५ फीसद कम किया ।
६ लाख लोग दुनिया भर में बहुत खून बहने से मर जातें हैं ।
टी एक्स ए वर्क्स बाई रिद्युसिंग दी ब्रेक -डाउन ऑफ़ क्लाट्स .इसके एक ग्रेम की कीमत है मात्र ४.५ डॉलर ।
यदि यह दवा घायलों को तुरता नसीब हो जाए तो अकेले भारत में ही हर साल १३,००० तथा १२,००० लोगों को चीन में बचाया जा सकता है ।
भारत में सडक दुर्घटनाये दिनानुदिन बढ़ रहीं हैं .दवा के पार्श्व प्रभावों में हार्ट अतेक्स ,स्ट्रोक्स ,लंग क्लोट्स आदि नहीं मिले हैं .ना ही इनका जोखिम बढ़ते देखा गया है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-ईजी तू यूज़ ड्रग देत क्लोट्स ब्लड केंन सेव १ लेक ए ईयर (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जून १६ ,२०१० )
बुधवार, 16 जून 2010
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