स्वास्थ्य सचेत युवतियों के लिए एक अच्छी खबर है .उदरीय चर्बी (बैली फेट )छांटने के लिए "प्रिवेंसन "(हेल्थ्मेग्जीन ,जून अंक ,देखें पृष्ठ १२७ ).पत्रिका ने एक ख़ास डाईट प्रस्तुत की है .यह उस लेन्डमार्क स्टडी पर आधारित है जो जुलाई २००७ में 'डायबिटीज़ केयर' में प्रकाशित की गई थी ।
रीना सोफिया यूनिवर्सिटी अस्पताल स्पेन में साइंसदानों ने पता लगाया है ,बिना अतिरिक्त व्यायाम किये 'मोनो -अन -सेच्युरेतिद एसिड्स 'से तैयार खुराखी टाइम टेबिल बैली फेट को परे रखने में कारगर सिद्ध हो सकती है ।
जिन लोगों के उदर में ज्यादा चर्बी ज़मा हो जाती है उनके लिए खासतौर पर म्युफा (एकल असंत्रिप्त वसीय अम्ल युक्त चिकनाई )एक बेहतरीन नुस्खा है जो पांच घंटों तक भोजन के बाद केलोरीज़ खर्च करने की दर मेटाबोलिक रेट्स बढाए रह सकती है ।
थ्री ईजी स्टेप्स :
(१)प्रत्येक मील में म्युफा (एकल असंत्राप्त वसीय अम्ल युक्त चिकनाई )का स्तेमाल कीजिये .नट्स और सीड्स इसके अच्छे स्रोत हैं .वानस्पतिक तेलों में ओलिव आइल ,कैनोला के अलावा सबसे अच्छा है सफ्फ्लोवर ,एवोकाडो (दी देंसर हस वेरायटी इज दी बेस्ट पिक ),नट्स में मकादामिया नट्स का ज़वाब नहीं .ओलिवस में ग्रीन्स बेहतर हैं ब्लेक्स से .चोकलेट्स में डार्क और सेमी -स्वीट्स बेहतर हैं ।
(२)४००-४०० केलोरीज़ के चार मिल्स दिन भर में लीजिये .यानी कुल १६०० केलोरीज़ .एक तरफ वेट लोस को बनाए रखने दूसरी तरफ ऊर्जा वांन (एनर्जी लेविल को बरकरार रखने में कारगर है यह टाइम टेबिल चार बार बराबर खाने का .केलोरी बर्निंग मसल्स को बनाए रखने सुरक्षित रखने में मददगार है यह डाईट प्लान ।
(३)४-५ घंटे के अंतराल पर खाइए .इससे आपका ब्लड
सुगर भी काबू में रहेगा ,मेटा -बोलिज्म भी हाई गीयर में बनी रहेगी ।
म्युफा यानी मोनो -अन सेच्युरेतिद फेटि एसिड्स यानी अ -संतृप्त वसीय अम्ल युक्त चिकनाई .
मंगलवार, 22 जून 2010
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