'ह्यूमेन फीटस फील्स नो पैन बिफोर २४ वीक्स 'नर्व कनेक्सन इन ब्रेन नाट फोर्म्द सफिशियेंतली तू अलाव सेंसेसन ,सेज यु के गमेंट -फंडिड स्टडी (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जून २६ ,२०१० ,पृष्ठ २१ )
ब्रितानी माहिरों ने पता लगाया है 'ह्यूमेन -फीटस '(गर्भस्थ शिशु को )जब तक वह २४ सप्ताह का नहीं हो जाता किसी भी प्रकार की पीड़ा का एहसास ही नहीं होता .(गर्भावस्था की सामान्य अवधि होती है ४० सप्ताह )।
एहम सवाल है गर्भावस्था के कौन से चरण में (कौन सी तिमाही में )दिमागी नर्व कनेक्सन पूरी तरह संपन्न हो जातें हैं ।
ब्रितानी गर्भ -पात सम्बन्धी नियमों से गहरे जुड़ा है सवाल जिनके तहत २४ सप्ताह तक गर्भ -पात करवाया जा सकता है ।
प्रो -लाइफर्स (गर्भ -पात विरोधी )इस सीमा को नीचे की और खिसकवाना चाहते रहें हैं ।
संदर्भित गमेंट कमीशंड स्टडी के नतीजे उनमे निराशा पैदा कर सकतें हैं .यूं ये लोग इन नतीजों को ही चुनौती दे सकतें हैं ।
रोयल कोलिज ऑफ़ ओबस्तेट -रिशियंस एंड गाइ -नेकोलोजिस्ट्स द्वारा इस अध्धय्यन के नतीजे प्रकाशित किये गएँ हैं .कानून निर्माताओं ने इनकी सिफारिश की है .गर्भ -पात की सीमाको २४ सप्ताह से और पहले खिसका कर ले आने पर यही लोग विचार कर रहें हैं ।
माहिरों के अनुसार २४ सप्ताह के बाद भी फीटस गर्भाशय के माहौल में सुख की नींद सोता है .माँ के गर्भ का कोजी और सर्व -प्रकार सुरक्षित माहौल,रासायनिक बिछौना -ओढना ,एम्नियोटिक -सेक ,गर्भ -जल से भरी थैली उसे बेहोशी ,गहन निन्द्रा से पैदा अचेतन -अवस्था में बनाए रहता है .
शनिवार, 26 जून 2010
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