'ब्रेन स्केन्स प्रिडिक्ट यूओर एक्संस बेटर देंन यु केन'(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जून २५ ,२०१० )।
क्या दिमाग के किसी कौने में छिपी रहती है ,बुद्धिमानी ?कई मर्तबा हम कोई अच्छा फैसला कर तो लेतें हैं ,लेकिन उसको अमली जामा नहीं पहना पातें हैं .भूल जातें हैं ।
व्यक्ति से कहीं ज्यादा उसकी क्षमताओं की खबर देता रखता है उसका 'दिमागी स्केन 'दिमागी बिजली का आरेख ,कच्चा चिठ्ठा .
विज्ञापन दाताओं के लिए ,स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए बड़े काम की चीज़ साबित हो सकतें हैं दिमागी स्केन्स .पता लगाया जा सकता है 'विज्ञापन देखने के बाद 'उपभोक्ता सामिग्री के स्तेमाल के बारे में क्या सोच रहा है -उपभोक्ता .उपभोक्ताओं को अपना उत्पाद खरीदने के लिए राज़ी करने में स्केन भविष्य वाणी का काम कर सकतें हैं ,पता लगा सकतें हैं ,खबर दे सकतें हैं उपभोक्ता के इरादों की ।
उत्पाद के बाज़ार में छा जाने या पिट जाने की अग्रिम खबर बड़े काम की चीज़ साबित हो सकती है .साइंसदानों ने'
' रीयल टाइम 'स्केन्स को बूझने समझने की तरकीब ढूंढ निकाली है .ऐसा लगता है आदमी से ज्यादा स्मार्ट उसका दिमाग होता है उसी के किसी कौने में बुद्धिमानी पूर्ण फैसले लिए जातें हैं .आदमी उन पर अमल करे ना करे यह और बात है ।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ केलिफोर्निया ,लासेंजिलीज़ कैम्पस के साइंसदान एमिली फलक और साथी अपनी यह रिसर्च 'जर्नल ऑफ़ न्यूरो -साइंस 'में प्रकाशित कर चुकें हैं .मनो -विज्ञान विभाग के प्रोफ़ेसर मैथ्यू लिएबेर्मन इस रिसर्च के अगुवा रहें हैं ।
फंक्शनल मेग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग टेक्नीक के ज़रिये आदमी की अच्छी मनसा से कहीं आगे निकल कर ये तमाम रिसर्चर उसके वास्तविक व्यवहार की प्रागुक्ति (पूर्व सूचना ) दे सकने की बात कह समझ रहें हैं .आखिर दिमाग का एक हिस्सा दूसरे से बेहतर समझ रखता होगा .कौन सा ,यही तो राज़ खुल सकता है इस रिसर्च से .
शुक्रवार, 25 जून 2010
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1 टिप्पणी:
jindagi khud ek talash hai jo maut par jakar khatm hoti hai ya jo maut se shuru hoti hai jindagi par khatm hoti hai talsh ka dusara nam to jindagi hai ya maut hai
arganik bhagyoday.blogspot.com
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