इसे ग्रीन कंप्यूटर तो नहीं कहेंगें अलबता ऊर्जा बचाने ,माहौल को स्वच्छ रखने की मुहीम के इस दौर में एक भारतीय मूल के माहिर ने इस दिशा में पहला कदम बढा दिया है ।
अमरीकन साइंसदान ,भारतीय मूल के युवराज अग्रवाल के नेत्रित्व में एक ऐसे 'स्लीप सर्वर 'का विकास कर लिया गया है .अब ऊर्जा बचाने की जुगत में कम्प्यूटर्स 'स्लीप वर्किंग 'करेंगे .६० फीसद तक ऊर्जा बचा सकेंगे इस 'मोड' में पर्सनल कम्प्यूटर्स ।
स्लीप वर्किंग एन -टर-प्राइज़ पीसीज तक रिमोट की सहायता से पहुंचा जा सकेगा .वोईस ओवर 'आईपी 'इनटर्नेट प्रोटोकोल एड्रेस ,पर भी यह बने रहेंगें .इंस्टेंट मेसेजिंग तथा पीअर-तू पीअर नेटवर्क्स का कं यह लो -पावर -स्लीप मोड में भी अंजाम दे सकेंगें ।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ केलिफोर्निया ,सन -डिएगो कैम्पस ने यह अध्धय्यन प्रस्तुत क्या है .२४/७ घंटा काम करने वाले पीसीज एन टर -प्राइज़ अब ऊर्जा की खपत ६० फीसद कम कर सकेंगें ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-नाव ए सोफ्ट वेयर तू मेक कम्प्यूटर्स 'स्लीप वर्क '(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जून २६ ,२०१० ,केपिटल एडिसन ,पृष्ठ २१ )
रविवार, 27 जून 2010
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