एक्सर -साइज़ कौज़िज़ एस्मा इन एथलीट्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,केपिटल एडिसन ,पृष्ठ १५ )।
माहिरों के अनुसार तकरीबन खिलाड़ियों में से आधे खिलाड़ी एक्सर -साइज़ की वजह से ही दमे (एस्मा )की चपेट में आ जातें हैं ।
आंकड़ों की जुबानी जहां ब्रितानी आबादी में दमे की दर ८ फीसद ही है वहीँ खेल खुद प्रतिभागियों में यह इसकी सात गुना ज्यादा है ।
माहिरों के अनुसार यह आकडे १९८९ -२००६ के दरमियान एक्सर -साइज़ से पैदा (ट्रिग्गर के रूप में )श्वसन सम्बन्धी ,दमे की शिकायतों से ताल्लुक रखने वाले तमाम अध्धय्यनों के विसलेसन के बाद प्राप्त हुएँ हैं ।
पता चला इसका (व्यायाम का )दुष्प्रभाव ५४ फीसद एलीट एथलीट्स पर पड़ता है .जब की खिलाड़ी के लिए खेल कूद एक आवश्यक चीज़ है .यही एक ट्रिग्गर बन जाए दमे के लिए इससे बुरी और क्या बात हो सकती है इन अव्वल दर्जे के खिलाड़ियों के लिए ।
इनमे भी ज्यादा असर ग्रस्त तैराक ,विंटर स्पोर्ट्स की तैयारी में जुटे , तथा एन्द्युरेंस -एथलीट्स होतें हैं .स्पोर्ट्स मेडिसन के माहिर भी ऐसे में हैरान परेशान हैं .
सोमवार, 28 जून 2010
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