इक्कीसवीं शती में स्वास्थ्य सेवायें ...(ज़ारी ..,गत पोस्ट्स देखें )।
एंजियो -प्लास्टी के दरमियान आम तौर पर स्टंट्स लगा दिए जातें हैं ताकि जहां तक हो आइन्दा धमनियों की दीवार खुदरी ,सिमटी (नेरो ) ना हो ।
दो तरह के स्टंट्स प्रचलन में हैं ।
(१)बेयर मेटल (२)दवा सने यानी ड्रग ईल्युतिंग स्टंट्स ।
दूसरी तरह के स्टंट्स ,स्टंट्स के अन्दर हो जाने वाली स्कारिंग को कम रखतें हैं .ज़ाहिर है धमनी के दोबारा अवरुद्ध होने के मौके कम हो जातें हैं ।
कुछ अस्पतालों में "एन एग्रेसिव पोस्ट दाय्लेसन ऑफ़ दी स्टंट इज डन यूजिंग अनादर बेलून तू हेल्प दी स्टंट एक्स्पंद .
मंगलवार, 22 जून 2010
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