शनिवार, 5 जून 2010

क्या पोर्न -मेनिया के पीछे किसी दवा का हाथ हो सकता है .

फ़ाइज़र दवा निगम इन दिनों एक लितिगेसन का सामना कर रहा है .कुछ लोगों के समूह ने कम्पनी के खिलाफ कोर्ट केस कर दिया है .मुकद्दमा दायर करदिया है .इलज़ाम है 'एक प्रेस्क्रिप्सन ड्रग 'जिसका स्तेमाल 'पार्किन्संस -सिंड्रोम 'के इलाज़ के लिए किया जाता रहा है .,इन लोगों को ज़ूआ लती बना रही है .गेम्बिलिंग करने के लिए यह मजबूर हैं .एक ओब्सेसन ,एक सनक बन गया है जुआ इनके लिए .अलावा इसके याह समूह 'पोर्न -सा -ईटों 'से चिपका रहता है ।

(कल को कोई यह भी कह सकता है ,मैंने फलां दवा का सेवन दीर्घावधि तक किया इसीलिए में बे -वफ़ा हो गया .)

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