मंगलवार, 8 जून 2010

परिवार में ह्रदय रोग के चलते

बिला शक यदि परिवार के किसी सदस्य को साठा(साठसाल )होने से पहले हार्ट अटेक ,स्ट्रोक या फिर किसी भी किस्म की हार्ट -सर्जरी का सामना करना पड़ा है ,तब शेष सदस्यों के लिए भी हृद -रोगों का ख़तरा ६० फीसद ज्यादा हो जाता है .लेकिन यदि यह सब सत्तर -अस्सी साल के पार ही बुढापे की सौगात के रूप में दिखलाई दिया है तब संततियों के लिए खतरे का वजन बढ़ता नहीं है ।
चंदमामले ही पारिवारिक सौगातें बनते देखे गए हैं ,जेनेटिक वजहें रहीं हैं इनकी ,बाकी का सम्बन्ध आप की उम्र और जीवन शैली ,सुधारे जा सकने वाले जोखिमों से है .मोडिफाई-एबिल रिस्क फेक्टर्स में हाई -पर -टेंसन ,आपका ओवर वेट होना ,दायाबेतिक होना ,धूम्र -पान लती होना ,कुर्सी से चिपके काम करने की आदत (काउच-पोटेटो बने रहना ),खून में खतरनाक चर्बी (एल डी एल बढाए रहना ,हाई -पर -कोलेस्त्रेमिया ),व्यायाम के लिए समय ना निकाल पाना आदि शामिल हैं .यही वजह जीवन शैली रोग बन रहीं हैं .बचा जा सकता है इन सबसे कमोबेश .हेल्दी -फ़ूड हेबिट्स ,३० मिनिट रोज़ कसरत ,धूम्रपान को मुल्तवी रखना ,रक्त चाप ,खून में घुली शक्कर ,वजन आदि को एक सीमा में बनाए रहना कारगर बचाव है ।

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