हृद रोगों से भी तार जुड़े हो सकतें है 'इरेक्टाइल -डिस-फंक्सन "यानी लिंगोथ्थान -अभाव 'के .एक नए अध्धय्यन में 'कोरोनरी आर्टरी केल्सिफिकेसन स्कोर्स 'और इरेक्टाइल डिस -फंक्सन के परस्पर अंतर -सम्बन्ध के बारे में पता चला है .यह एक प्रकार से प्रागुक्ति है ,भविष्य -वाणी है आइन्दा कोरोनरी हार्ट डिजीज की चपेट में आने की .बेहतर हो 'कोम्प्रिहेंसिव कार्डिएक चेक' अप करवा लिया जाए ।
माउंट सिनई स्कूल ऑफ़ मेडिसन के रिसर्चरों ने पता लगाया है ,इरेक्टाइल डिस -फंक्सन से ग्रस्त लोगों में 'कोरोनरी आर्टरी केल्सिफिकेसन स्कोर्स 'बढ़ने के खतरे का वजन खासा ज्यादा बना रहता है ।
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर मोनिटरिंग एंड ट्रीटमेंट प्रोग्रेम के तहत १११९ लोगों को पंजीकृत किया गया .इनमे से ३२७ को इरेकताइल -दिस्फंक्सन की शिकायत थी .हाइपर टेंसन और स्मोकिंग से पैदा खतरे को अलग रखने के बाद भी जो सब्जेक्ट्स लिंगोथ्थान -अभाव से ग्रस्त थे उनमे 'हाई रिस्क कोरोनरी आर्टरी केल्सिफिकेसन स्कोर्स '५४ %ज्यादा दर्ज़ हुआ ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-ईरेक्ताइल डिस -फंक्सन लिंक्ड तू हार्ट डिजीज (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जून ३ ,२०१० )
गुरुवार, 3 जून 2010
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