बुधवार, 9 जून 2010

कृत्रिम- सादा पेय ,इतर सोफ्ट ड्रिंक्स क्यों नहीं ?

दी ओरगेनिक -फ़ूड एक्सपर्ट वोंट ड्रिंक 'सिंथेटिक सोफ्ट ड्रिंक्स '-कविता कुरुगंती ,वर्किंग विद खेती विरासत मिशन ,ए नॉन प्रोफिट ओर्गेनाइज़ेसन ,देत प्रोमोट्स ओरगेनिक फार्मिंग एंड क्रोप्स ग्रोन अंडर नॉन -पेस्ट -ईसाइदल-मेनेजमेंट टेक्नीक .(प्रिवेंसन ,हेल्थ मैगजीन ,अप्रैल अंक ,पृष्ठ ६७ ).
मोटापे के अलावा 'दांतों की समस्याओं' को हवा देतें हैं 'सिंथेटिक सोफ्ट ड्रिंक्स '.महिलाओं में अश्थी क्षय (ओस्ट्यो-पोरोसिस )का सम्बन्ध भी कोला पेयों से जोड़ा गया है .(अस्थि -क्षय यानी लास ऑफ़ बोन मॉस )।
समस्या की जड़ इनमे मौजूद 'कैफीन "भी बना रहा है .फेक केलोरीज़ से लबालब भरे रहतें हैं कृत्रिम -पेय .अम्लीय (एसिडिक )भी हैं .पुष्टिकर तत्वों ,पुष्टिकर विकल्पों से दूर छिटका देतें हैं ये कथित पेय (कितने पेय हैं राम जाने )।
शरबत शेह्तूत ही भली ,शीत (छाछ ,बटर -मिल्क का ज़वाब नहीं ,बेल -का शरबत हो या बुरांश का, स्वाद और पुष्टिकर तत्वों से ,भरपूर है .रक्त चाप ,हृद -गति के विनियमन के लिए अच्छा है ).फलों का ताज़ा रस बेहतरीन विकल्प है संसाधित ज्युसिज़ का .यूज़ -फुल बेक्टीरिया निकाल देने पर ही भंडारण अवधि (शेल्फ लाइफ बढती है ,बोतल में आम की ).सत्तू का ज़वाब नहीं .शीतल पेय है सही मायनों में 'सत्तू '.(ईट इज मेड ऑफ़ लोकल ग्रेन्स).बेरीज (जामुन ,फालसा आदि )की अपनी सीरत और रंगत है स्वास्थ्य से भरपूर हैं हमारे देशी पेय .नीम्बू की शिकंजवी किसने नहीं पी है ?बोले तो ?

1 टिप्पणी:

arvind ने कहा…

bahut acchi our rochak jaanakaari. badhai.