सोमवार, 2 मई 2011

चिठ्ठागिरी का मायावी संसार .(ज़ारी ...).

ब्लॉग दुनिया के पारिभाषिक शब्दों की खेप में दो शब्द हमसे छूट गए थे :
(१)ब्लोगार्थी .और
(२)ब्लोग्पति ।
इस दूसरे शब्द के साथ हम काफी माथापच्ची कर चुकें हैं बेशक यह एक "निर्लिंग "शब्द है .लेकिन कुछ लोग खासकर पश्चिम के लोग कह सकतें हैं ,कुछ अपने फेमिनिस्ट भी ,ये भेदभाव क्यों ?तो भाई साहिब एक शब्द और लें -
(३)ब्लॉग -पत्नी ।
कोई ब्लॉग पत्नी बनना चाहता है तो मैं कर भी क्या सकता हूँ .
(४)चिठ्ठा -गणेश शब्द हम दुखी मन से लिख रहें हैं -ईश -अवमानना का आरोप लग सकता है हम पर .लेकिन यह वर्च्युअल वर्ल्ड का गोबर -गणेश है, श्रीमान !बुरा न मान !
इति।
वीरुभाई .

2 टिप्‍पणियां:

Dr Varsha Singh ने कहा…

यह भी खूब कहा आपने.....

virendra sharma ने कहा…

shukriya Md .
veerubhai .