गेस्ट आइटम :कविता ।
"कुत्ते का कुत्तपन "-नन्द मेहता वागीश ,१२१८ ,सेक्टर चार ,अर्बन एस्टेट ,गुडगाँव -१२१-००१ ।
मालिक चाहे रंक हो या राना,
gumnaam saa yaa khyaatnaamaa ,
kutte kaa kaam hai ,dum hilaanaa .
zanzeer chaahe sone kee ho yaa lauh nirmit ,
कुत्ते का बंधना और दुम हिलाना है निश्चित ,
zanzeer zanzeer hai koi jaageer to nahin ,
par kutte ke kaam me kahin koi kami nahin ।
कुत्ते का कुत्तपपन है यह ,
कि वह ज़ंजीर को जागीर समझता है ,
apne hi jaati bandhu par ,adhik jhapattaa hai .
शुक्रवार, 7 जनवरी 2011
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