२५० बिलियन प्लास्टिक फ्रेग्मेंट्स फाउंड इन मेडी -टारे -नियन (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जनवरी १ ,२०११ ,पृष्ठ १९ ,मुंबई संस्करण )।
दी मेडी -टारे -नियन :दी सी देट इज सराउन -डिड बाई दी कंट्रीज ऑफ़ सदरण योरोप ,नोर्थ अफ्रीका एंड दी मिडिल ईस्ट .दी एरिया ऑफ़ सदरण योरोप देट सराउन्ड्स दी मेडी -टारे -नियन सी इस आल्सो रेफार्ड एज मेडी -टारे -नियन ।
साइंसदानों की माने तो एक नहीं दो नहीं तकरीबन २५० अरब सूक्ष्म प्लाटिक के टुकड़े मेडी -टारे -नियन के वक्ष पर तैर रहें हैं .इससे खाद्य श्रृंखला को एक ख़तरा पैदा हो गया है .ग्रीन अभियान से जुड़े लोगों के समर्थन से यह शोध कार्य संपन्न हुआ है ।
फ्रांस और बेल्जियम के समुद्र विज्ञान के माहिरों ने यह कयास (अनुमान )लगाया है .इस एवज़ फ्रांस ,उत्तरी इटली तथा स्पेन के समुंदरी तट से सतह के ४-६ इंच नीचेसे समुंदरी जल के नमूने जुटाए गए जुलाई २०१० में .विश्लेसन करने पर पता चला माइक्रो -स्कोपिक प्लास्टिक एक जैव -खतरे के रूप में बरपा है ।
इस प्लास्टिक कचरे कि पैंठ पहले समुंदरी प्लांक -टन तक होती है जिसकी बाद में छोटी मछली जुगाली करती रहतीं हैं .छोटी मछलियों को बड़े समुंदरी जीव अपना शिकार बना लेतें हैं ।इस प्रकार एक जैव -हेजार्ड पैदा हो चुका है .
एक्सपीडिशन एम्ईडी इसकी पुष्टि करता है .
शनिवार, 1 जनवरी 2011
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