शनिवार, 12 जून 2010

स्वाद संग सेहत ....

'मिंट -सौस '-एड्स दाय्जेसन ,कूल्स दी सिस्टम (प्रिवेंसन ,हेल्थ मैगजीन ,जून अंक ,पृष्ठ ५४ )।
पुदीना (मिंट)की सुगन्धित सुस्वादु चटनी ना स्सिर्फ़ पाचन को दुरुस्त रखती है ,दिमाग और शरीर को तरोताजा भी रखती है .दिन भर में एक बड़ा चम्मच्च पुदीना चटनी आपको तरो -ताज़ा रखने के लिए काफी है ।
यह सारा कमाल है पुदीना में मौजूद मेंथोल का जो एक चित्त प्रशामक होने के साथ साथ एंटी -स्पाज्मोदिक भी है ।
एक बेहतरीन पाचक (एपेताइज़र) के रूप में जाना जाता है पुदीना ,पुदीना सौस ,पुदीना की चटनी .मितली की शिकायत होने पर यह एक दम से चित्त को शांत करता है .इसकी महक (एरोमा )जादुई है .गंधों का अपना असर होता है हमारे सिस्टम पर ।
तमाम श्वसनी मार्गों को चुस्त दुरुस्त बनाता है पुदीना .इसीलिए इससे कफ में भी आराम आता है .कई तरह के बाम इसकी सुगंधी पर ही आधारित हैं ।
अलावा इसके पुदीना एक जर्म -नाशी (जर्मी -साइड )है .सांस को सुवासित (निर्गंध ,जीवाणु रहित बनाता है पुदीना ।).ओरल हाइजीन का बेहतरीन ज़रिया है पुदीना का नियमित सेवन .एक माउथ फ्रेशनर ,एंटी -बेक्तीरियल गुणों से भरपूर है पुदीना .इस औषधीय पौधे से तैयार होता है -अर्क -पुदीना ..

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