साइंसदानों ने एक ऐसा टीका तैयार कर लेने का दावा किया है जो 'ब्रेस्ट -कैंसर 'के खतरे के वजन को ७० फीसद तक कम कर सकता है .इसे कामयाबी के साथ 'रोदेंट्स 'पर आजमाया जा चुका है .अगले बरस इसकी आजमाइशें ह्युमेंस पर की जा सकेंगी ।
यह टीका इम्यून सिस्टम (हमारे रोगों से बचाव करने वाले कुदरती तंत्र को ताकत देता है ).दरअसल यह एक प्रोटीन 'अल्फा -लेक -ताल्बुमिन 'पर चोट करता है .यह प्रोटीन ज्यादातर स्तन कैंसरों में देखी गई है .यह इसका कतरा कतरा नष्ट कर जहां एक ओर कैंसर के पनपने को मुल्तवी रखेगी वहीँ वर्तमान ट्यूमर्स को शिकोड़ कर आधा करदेगी।
जैसे शिशुओं को नियत समय पर लगने वाले टीके उन्हें सम्बद्ध रोगों से बचाए रहतें हैं ,वैसे ही एक दिन यह teekaa वयस्क महिलाओं को ब्रेस्ट -कैंसर se bachaaye rakhne me kaargar siddh hogaa .aisi ummid rakhi jaa rahi hai .yah hyumens par rodents ki tarah hi काम kartaa है ,असर daaltaa है ।
हालाकि इसके दो ट्रायल्स अगले बरस होने तय हैं लेकिन इसे बाज़ार का रुख करने में दस साल लग जायेंगें ।
क्लीवलैंड क्लिनिक ,ओहायो के साइंस दान इसे एक बड़ा कदम मानतें हैं .साफ़ बचा जा सकता है स्तन कैंसर से ऐसा विज्ञानियों का दृढ विशवास है ।
कैंसर का टीका बनाना मुश्किल काम रहा है क्योंकि कैंसर हमारी खुद की कोशिकाओं की अनियंत्रित बढ़ -वार हैं .ओवर डिवलपमेंट है हमारी अपनी कोशाओं का .इसकी काट का मतलब स्वस्थ कोशिकाओं से भी खिलवाड़ रहा है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-क्लोज़ अत हेंड ,ए जेब तू थ्वार्ट ब्रेस्ट कैंसर (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जून १ ,२०१० )
मंगलवार, 1 जून 2010
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