नीडिल बायोप्सी का स्थान अब अब चावल के दाने के आकार का ऐसा मानीटर ले सकता है ,जिसे केंसर गाँठ की बढ़वार की लगातार टोह लेते रहने के लिए यथा स्थान जामा दिया जाएगा .इससे केमोथिरेपी की कारगरता ,असर को भी मालूम किया जा सकेगा .इसे बायोप्सी नीडिल के बोर में भी फिट किया जा सकेगा .इस मानीटर में ऐसे चुम्बकीय नेनो कण होंगे जो उन अणुओं के साथशुरू में ही गठबंधन बना लेंगे जो सम्भावित केंसर्कारी गाँठ के गिर्द होंगें .,इस प्रकार एक नेनो गाँठ जैसे ही बननी शुरू होगी वह स्केन कर ली जायगी एम् आर आई (मेग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग )द्वारा ।
इसकी आज्मैशें माइसपर कर ली गईं हैं ।
बायोप्सी की अपनी एक सीमा यह रही है ,ऊतक परीक्षा के समय ही केंसर गाँठ के आकार का जायजा लिया जा सकता है ,बढ़वार का लगातार जाय जा नहिंलिया जा सकता .नेनो मानीटर इस कमी को दूर कर ट्यूमर के बढ़ने से पहले रसायन चिकित्सा कीकारगरता की भी ख़बर देगा ।
आइन्दा के लिए इसका ऐसा संस्करण तैयार किया जा रहा है जो एक एंटेना से लैस होगा ,ऐसा होने पर एक हेंड हेल्ड मेग्नेटिक रेसोनेंस डिटेक्टर गाँठ की बढ़वार की ख़बर और आसानी से दे सकेगा ।
हारवर्ड मेदिकाल स्कूल औ मासा -चू-सेट्स इंस्टिट्यूट आफ टेक्नालाजी के चिकित्सा विज्ञानियों ने यह नायाब तरीका खोज निकाला है .
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