यूनानी पौराणिक -कथाओं में ज़उस और दाने के पुत्र पारसी -एस का ज़िक्र है .पर्सिअस को हिन्दी में परशु या फरसा कहा जाता है -फरसा परशुराम का भी शस्त्र रहा है ।
राशियों के नाम पौराणिक कथा -नायकों के नाम पर ही रखे गए हैं .राशिः यानी कोंस्तेलेष्ण सितारों के उस समूह को कहा जाता है ,जो किसी पशु या फ़िर देवाकृति जैसे दिखतें हैं।
पारसी -अस उत्तरी -गोलार्द्ध का एक कोंस्तिलेसन यानी तारा समूह ग्रुप आफ स्टार्स है ।
पुरसी -इड्स उस उल्का का नाम है जो १२ अगस्त के आसपास परसु -राशि सेपैदा
होते उल्का वर्षं -अन (मेतीओर -शावर ) में मुखरित होता है ,साफ़ साफ़ दिखलाई देता है .हम पहले भी अपने चिठ्ठे में कई मर्तबा बतला चुकें हैं -उल्का यानी मेतीयोर यानी शूटिंग स्टार धूम -केतू के अंश ही है जो जब तब पृथ्वी के गुरुत्व से खींचे चले आतें हैं ,अक्सर वायु -मंडलीय घर्षण की गर्मी से गल -पिघल पूरी तरह नष्ट हो जातें हैबस कभी -कभार इनके बिना जले चट्टानी औ धातु -नुमा अंश पृथ्वी पर आ गिरतें हैं ,यही मीतियो -रोइड्स है ,मेतीयोरोइट्स पूरी तरह जल जातें हैं ,पृथ्वी पर पहुँचने से पहले ही ।
धूम केतु स्विफ्ट ततिल से जोड़ा गया है पर्सीड्स का सम्बन्ध ।
खगोल -विदों के अनुसार जुलाई माह की आधी अवधि बीत जाने के बाद साल दरसाल हर साल यह उल्का वर्ष -अन पर्सिअस कोंस्ती -लेषण से आता प्रतीत होता है तथा ९ -१४ अगस्त के बीच महत्तम हो जाता है ।
कुछ दंत कथाओं के अनुसार यह वर्षं -अन संत लारेंस के आंसू हैं जिनकी शहादत का दिन १० अगस्त माना जाता है ।
सन्दर्भ सामिग्री :-(१)पर्सिअस ,पर्सीड्स -पृष्ठ १०८३ -एनकार्टा कंसा -इस इंग्लिश डिक्शनरी (ब्लूम्सबरी ,माइक्रो -साफ्ट एनकार्टा ,२००१ एडिशन
(२)वाट आर पर्सीड्स (ओपिन स्पेस ,टाइम्स आफ इंडिया ,सितम्बर २० ,२००९ ,इतवार )
प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
रविवार, 20 सितंबर 2009
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