न्यू -साइंटिस्ट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक खून में घुली ज़रूरत से ज्यादा चर्बी (हाई -पर -लिपीदेमिया ) सिर्फ़ दिल ही नहीं औरतों की सेक्स लाइफ के लिए भी बुरी है .वैसे ही औरतें मर्दों के बरक्स देर से यौन -उत्तेजित होती हैं ,कोलेस्ट्राल का बाहुल्य सेक्सुअल अराउसलऔ भी ज्यादा दुस्कर बनाता है .हालाकि इसका यौनेच्च्छा पर असर नहीं है ।
सेकेण्ड युनिवर्सटी आफ नेपल्स के शोधार्थियों ने उक्त नतीजे एक ताज़ा अध्धय्यन के बाद निकाले हैं ।
मर्दों में इरेक्शन (लिंगोथ्थान) का मतलब है ,पीनाइल -आर्त्रीज़ तक खून की ज्यादा आपूर्ति (निर्बाध -सप्लाई )होना .शिश्न को खून ले जाने वाली नालियों में प्लाक से आने वाली रुकावट इरेक्टाइल -दिस्फ़न्क्श्न(लिंगोथ्थान का अभाव ) की वजह बन जाती है ।
औरतों में भी जननांगों (जेनित्ल अप्रेट्स )तक निर्बाध रक्त आपूर्ति होती रहनी चाहिए ,यौन -उत्तेजन के लिए यह भी उतना ही लाजिमी है .सेक्स का कोई एक पहलू इस सर्कुलेशन से कमोबेश ताल्लुक ज़रूर रखता है ,ऐसा शोध क्षात्र मानतें हैं ।
इस निष्कर्ष पर पहुँचने के लिए इन विज्ञानियों ने हाइपर -लिपिदेमिया से ग्रस्त औ मुक्त दोनों तरह के सब्जेक्ट्स (औरतों ) की सेक्स -फंक्शन की पड़ताल की है .तुलनात्मक अध्धय्यन के बाद ही उक्त नतीजे निकाले गए हैं ।
सोच लीजिये -चिकनाई सना भोजन यौन जीवन को भी असरग्रस्त बना सकता है ,बाकी हर व्यक्ति अपनी मर्जी का मालिक है ।
सन्दर्भ सामिग्री :कोलेस्ट्रोल ताईद तूवोमेन्स सेक्स लाइफ (टाइम्स आफ इंडिया ,सितम्बर १० ,२००९ ,पृष्ठ १७ )
प्रस्तुती :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
गुरुवार, 10 सितंबर 2009
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