दरअसल कुछ लोगों का पसीना एसीटोन जैसी फलों सी गंध युक्त होता है ,क्योंकि इसमे एक पदार्थ कीटोन्स का बाहुल्य होता है ।
कीटोन्स मास्किटोरिपेलेंट (मच्छर भगाऊ पदार्थ का काम करतें हैं .)इसलिये इन लोगों को मच्छर बनिस्बत कम काट तें हैं उन लोगों के जिनका पसीना इस पदार्थ से मुक्त होता है ।
जब शरीर की चर्बी टूटती है ,तब बहुत से कीटोन्स (वास्तव में कीटोन्स -मिस्र )पैदा होतें हैं .(कीतोसिस कहतें हैं उस स्तिथि को जिसमे कीटोन्स बोडीज़ का डेरा पैदा हो जाता है शरीर में ।).
सन्दर्भ सामिग्री :स्वीट स्मेलिंग स्वेट कीप्स मास्कीतोज़ अत बे .(टाइम्स आफ इंडिया ,सितम्बर ७ ,२००९ ,पृष्ठ १७ )
प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
सोमवार, 7 सितंबर 2009
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