सोमवार, 7 सितंबर 2009

खून की नालियों (धमनियों )को खुला रखने के लिए ब्राकाली .

ब्रस्सिका ओलेरासिया इतालिका वानस्पतिक नामी फूल गोभी की एक किस्म है -जिसे आम भाषा में ब्राकली कहतें हैं .टाइट ग्रीन ,पपल (बेंगनी ),सफ़ेद फ्लावर हेड्स छोटे- छोटे शाखों समान (शोर्ट स्टेम जैसे ) लिए होती है -फूल गोभी की यह किस्म ।
यह तो पता था ,ब्राकली एंटी -ओक्सिदेंट्स से भर -पूर दिल के मुफीद ,दिल की सेहत के लिए अच्छा है ,लेकिन क्यों अच्छा इस का इल्म (जानकारी ) अब मिलने लगी है ।
इम्पीरिअल कोलिज लंदन के विज्ञानियों के अनुसार ब्राकली में एक ऐसा रसायन मौजूद है जो कुदरती -रोग तंत्र (नेचुरल डिफेंस मिकेनिज्म) को मजबूती प्रदान करता है .इसे ही इम-म्युं -न सिस्टम कहतें हैं ,जो जन्मना सब का जुदा होता है .ब्राकली इसे ही असरदार बनाता है ।
सल्फोरा -फेन नाम है इस केमिकल का जो एक प्रोटीन को सक्रीय कर देता है ,जो आम तौर पर ह्रदय धमनी के उस हिस्से में निष्क्रिय पड़ी रहती है जो धमनी -अवरोध क्लागिंग आफ आर्तारीज़ ,नालियों का प्लाक रुपी कचरे से अवरुद्ध हो जाना ) की वजह बनताहै ।
यही वजह -ब्राकली दिल का दोस्त बना खून की नालियों को साफ़ सुथरा रखता है ,जो हमारे गलत खान पान से ,तला हुआ दीप फ्राइड ,केलोरी -डेंस (हाई -केलोरी फ़ूड )खाने औ कई मर्तबा हमारे एशियाई मूल .,खानदानी वजहों से भी अवरुद्ध हो जाती हैं ।
सन्दर्भ सामिग्री :ब्रोकली वोंट लेट आर्तारीज़ क्लोग (टाइम्स आफ इंडिया ,सितम्बर ७ ,२००९ ,पृष्ठ १७ ।)
प्रस्तुती :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई ).

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