अमरीकी शोध कर्ताओं ने पता लगा या है -सिर्फ़ बारह हफ्तों तक यदि रोजाना प्रौढ़ महिलाएं सिर्फ़ एक घंटा व्यायाम करें तो समय का चक्का दो दशक पीछे लौटाया जा सकता है ,यानी जवानी जैसी तरोताजगी महसूस की जा सकेगी ,मुग्धा बन ख़ुद पर भी आईने के सामने रीझा जा सकेगा ।
शोध से इस बात की पुष्टि हुई है -पचास केपेटेमें आ चुकी जो महिलायें ,नियमित जिम जाकर वर्क आउट करतीं हैं ,साइकिल पर लम्बी सवारी के लिए निकलती हैं ,तैरने में दिलचस्पी लेतीं हैं ,उनमे थर्तीज़ वाली रवानी चुस्ती फुर्ती -स्फूर्ति देखी जा सकती है ।
अपेक्षतया बुजुर्ग महिलाओं पर किए गए परीक्षणों से सिद्ध हुआ है -१२ सप्ताह का नियमित व्यायाम (एक घंटा अवधि का ) उनमे भी नै ऊर्जा ,नवजीवन का संचार कर सकता है ।
केलिफोर्निया विश्व -विद्द्यालय में संपन्न दो हालिया अध्धयन पुष्ट करतें हैं -रजोनिवृत्त (मेनोपोज़ल )महिलायें भी नियमित व्यायाम से उतना ही फायदा उठा सकतीं हैं ,स्वास्थय लाभ अन्यों की ही भाँती प्राप्त कर सकतीं हैं ।
मडोना (५१ )और टी .वी .प्रिजेंटर अन्ने रोबिनसन ,हमारे आमिर ,सलमान और शाहरुख खानों की बरकरार तंदुरुस्ती का यही राज है ।
डॉक्टर जिंटा ज़रिंस ने औरतों पर की गई आज -माइशों के बाद बतलाया है ,उम्र के साथ जो हारमोन सम्बन्धी और भौतिक परिवर्तन आतें हैं ,व्यायाम से प्राप्त फायदे उनसे बेअसर रहतें हैं .आपने उम्र दराज़ ५५ साला मौतार्माओं को अपना सब्जेक्ट बनाया है ,परीक्षण किए हैं .
सोमवार, 28 सितंबर 2009
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