जर्मनी के मैन्ज़ vइश्व -विद्द्यालय के शोध छात्रों ने तर्जनी (इंडेक्स फिंगर )के बरक्स लम्बी -अनामिका (रिंग -फिंगर ) वालों के बारे में एक ख़ास बात का पता लगाया है .ये लोग ट्रेफिक -नियमों से बेपरवाह हो बेफिक्री से ताबड़तोड़ ,बेतहाशा रैश ड्राइविंग करतें हैं ,खतरनाक संकरे -चौडे रास्तों पर गाड़ी ओवरटेक करतें हैं ।
एक ख़ास किस्म की आक्रामकता इनके व्यक्तित्व में होती है ,अक्सर ज्यादा फर्टाइल भी होतें हैं ये लोग बरक्स उन लोगों के जिनकी अनामिका तर्जनी के मुकाबले ज्यादा बड़ी (लम्बी )नहीं होती ।
पता चला है ,यह माँ के गर्भ से ही एक साफ्ट -वेअर लेकर आयें हैं ,जो इन्हें रैश ड्राइविंग के लिए प्रेरित करता है ,आक्रामक बनाए रखता है ।
फिंगर -लेंग्थ औ हारमोन तैस्ता-स्तेरान में एक अंतर सम्बन्ध की पुष्टि यह अध्धय्यन करता प्रतीत होता है ।
अपने अध्धय्यन में मैन्ज़ यूनिवर्सिटी के विज्ञानियों ने औसतन ३८ वर्षीय ७७ ड्राइवरों की नियुक्ति की । इनमे से जिनकी अनामिका की लम्बाई तर्जनी से अपेक्षा कृत ज्यादा थी ,उन्हें ट्रेफिक नियमों की ज्यादा अवहेलना करते पाया गया ,रैश ड्राइविंग औ लें बदलने के लिए भी इन्हें ज्यादा नेगेटिव पाइंट्स मिले ।
भारत के सन्दर्भ में वेगन -आर बेतहाशा चलाने आदमियों को भेड़-बकरियों की तरह रौंद कर आगे बढ़ जाने वाले रईस-जादों की अनामिका की शिनाख्त भी होनी चाहिए ,ऐसा लगता है ,इनकी जेनेटिक प्रोग्रेमिंग ही गड़बड़ है ,नए सिरे से होनी चाहिए । ये गर्भ से ही ज्यादा तैस्तो -स्तेरान औ नतीजन लम्बी अनामिका लेकर आयें हैं .
सन्दर्भ सामिग्री :लांग रिंग फिंगर्स तूब्लेम फार रैश ड्राइविंग (टाइम्स आफ इंडिया ,सितम्बर ११ ,२००९ ,पृष्ठ २१ ।)
प्रस्तुती :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई .)
शुक्रवार, 11 सितंबर 2009
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