दमे को भड़का सकता है ,तरणताल का अति -क्लोरीन युक्त जल ,अलावा इसके हे -फीवर ,इतर रिस्पाई -रेटरीएलार्जीज़ (एलर्जिक रिएक्ष्न्स ,प्रत्त्युर्जा श्वसन सम्बन्धी )के खतरे ,वल्नेरेबिलिटी को बढ़ा सकता है स्वीमिंग -पूल का क्लोरीनिकृत पानी ।
ब्रुस्सेल्स स्तिथ केथोलिक यूनिवर्सिटी आफ लौवैन ने पता लगाया है जो किशोर -किशोरियां स्वीमिंग पूल में १०० घंटे से ज्यादा नहाते -तैरतें हैं उनमे अन्यों के मुकाबले एस्मा होने का खतरा ६ गुना ज्यादा होता है ।
कमसे कम पाँच गुना ज्यादा नुक्सान अति -क्लोरीनिकृत जल बच्चों औ किशोर -किशोरियों की स्वसन सम्बन्धी सेहत (रिस्पाय -हेल्थ )को सेकेण्ड हेंड सिगरेट -स्मोक के बरक्स पहुंचाता है ।
अल्फ्रेड बर्नार्ड (प्रोफेसर आफ तोक्सिकालाजी ) उक्त तथ्य की पुष्टि करतें हैं ।
अपने अध्धय्यन में बर्नार्ड ने १३ -१८ साला ७३३ किशोर -किशोरियों की जिन्होंने अलग अलग वक्त तक तरन,ताल में समय बिताया था ,की सेहत की तुलना उन ११४ हमउम्रों से की जिन्होंने कापर औ सिल्वर मिक्स से उपचारित ताल में समय बिताया था ।
इनमेसे ३६९ किशोर -किशोरियां क्लोरिनेतिद ताल में १०० -५०० घंटा तेरे थे ,जिनमे से २२ को दमा था यानी कुल ६फ़ीसद .इनके बरक्स १४४ में से सिर्फ़ २ को दमा निकला जिन्होंने सिर्फ़ १०० घंटा इसी ताल में बिताया था ।यानी कुल १.८ फीसद .
ज़ाहिर है -तरन ताल का अति -क्लोरीनिकृत जल एक असरकारी एलार्जं - अन (प्रत्युर्जा पैदा करने वाला पदार्थ )है ।
सन्दर्भ सामिग्री :-क्लोरिन इन पूल्स अप्स एलर्जी रिस्क्स (टाइम्स आफ इंडिया ,सितम्बर १६ ,२००९ ,पृष्ठ २१ ।)
प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )
बुधवार, 16 सितंबर 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें